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Bareilly: बरेली मंडल की 20 सीटों पर BJP का दबदबा, कांग्रेस का नहीं खुला खाता, जानें SP-BSP का क्या हुआ

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के परिणाम 10 मार्च को जारी हो चुके हैं. भाजपा को बरेली मंडल में सिर्फ तीन सीट का नुकसान हुआ है. सपा को सिर्फ बदायूं और बरेली में पांच सीट मिलीं हैं, लेकिन बसपा और कांग्रेस को 25 में से एक भी सीट नहीं मिल पाई.

By Prabhat Khabar News Desk | March 12, 2022 11:57 AM
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Bareilly News: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भी भाजपा की जीत का सिलसिला 2017 की तरह ही बरेली मंडल में कायम रहा है. भाजपा को बरेली मंडल में सिर्फ तीन सीट का नुकसान हुआ है. 2017 में बरेली मंडल की 25 में से 23 विधानसभा सीट भाजपा के पास थीं. मगर, इस बार 20 सीट भाजपा के पास हैं, लेकिन भाजपा ने शाहजहांपुर और पीलीभीत में क्लीन स्वीप किया है. सपा को सिर्फ बदायूं और बरेली में पांच सीट मिलीं हैं, लेकिन बसपा और कांग्रेस को 25 में से एक भी सीट नहीं मिल पाई. इनका कोई प्रत्याशी मुख्य मुकाबले में भी नजर नहीं आया

बीजेपी और सपा में दिखी जबरदस्त टक्कर

बरेली में नौ, पीलीभीत में चार और बदायूं-शाहजहांपुर में छह-छह विधानसभा सीट हैं. इन विधानसभा सीट पर भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशियों को उतारा था. मगर, हर सीट पर भाजपा और सपा के बीच ही मुकाबला हुआ. सिर्फ बसपा बदायूं की सहसवान सीट पर सपा से कुछ लड़ी, लेकिन, काफी अंतर से चुनाव हार गई.

बरेली की इन सीटों पर  बीजेपी का दबदबा

बरेली की नौ विधानसभा में से भाजपा ने शहर, कैंट, नवाबगंज, मीरगंज, आंवला, बिथरी चैनपुर और फरीदपुर में कब्जा कायम रखा है, लेकिन भोजीपुरा और बहेड़ी उनके हाथ से निकल गई है.यहां सपा ने जीत दर्ज की है.पिछली बार भाजपा ने बरेली में क्लीन स्वीप किया था.बदायूं में भाजपा ने शहर,दातागंज और बिल्सी पर कब्जा कायम रखा है, लेकिन यहां की शेखूपुर और बिसौली सपा के खाते में चली गई, जबकि सहसवान में सपा का कब्जा पहले की तरह कायम है.

बदायूं में बीजेपी का दबदबा

बदायूं में सपा और भाजपा ने तीन-तीन सीट जीतीं हैं. शाहजहांपुर की शहर, तिलहर, कटरा,पुवायां, ददरौल और जलालाबाद पर भी भाजपा ने कब्जा किया है. यहां की जलालाबाद पिछली बार सपा के पास थी, लेकिन इस बार सपा यह सीट हार गई. पीलीभीत की शहर, बीसलपुर, बरखेड़ा और पूरनपुर सीट पर भाजपा का कब्जा था. यह सभी सीट एक बार फिर भाजपा के खाते में चली गई हैं.

रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद

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