15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गोरखपुर जिला जेल में कैद‍ियों के जीवन में रोशनी लाएंगी किताबें, लाइब्रेरी से बढ़ाएंगे ज्ञान

जेल प्रशासन ने बंदियों के लिए अहम कदम उठाते हुए जेल में पुस्तकालय खोला है. यह पुस्तकालय पुरानी रसोई घर में खोली गई है. नवनिर्मित पुस्तकालय में 500 धार्मिक इतिहास, साहित्य, प्रतियोगिता, सामाजिक विज्ञान से जुड़ी पुस्तकें रखी गई हैं.

Gorakhpur Jail News: उत्‍तर प्रदेश की गोरखपुर जेल में निरुद्ध बंदियों के लिए पुस्तकालय की व्यवस्था कर दी गई है. जेल प्रशासन ने बंदियों के लिए अहम कदम उठाते हुए जेल में पुस्तकालय खोला है. यह पुस्तकालय पुरानी रसोई घर में खोली गई है. नवनिर्मित पुस्तकालय में 500 धार्मिक इतिहास, साहित्य, प्रतियोगिता, सामाजिक विज्ञान से जुड़ी पुस्तकें रखी गई हैं. इस पुस्तकालय और नवनिर्मित जेल अस्पताल की भवन का शुभारंभ जिला जज तेज प्रताप तिवारी ने किया है.

जेल में निरुद्ध बंदियों को अच्छी शिक्षा मिल सके, उनके बेहतर भविष्य को बनाने और उनके अंदर नई ऊर्जा का संचार करने के लिए गोरखपुर जेल प्रशासन ने सर्किल के बीच में स्थित पुरानी रसोई घर में पुस्तकालय खोला है. जेल प्रशासन द्वारा खोली गई इस पुस्तकालय में धार्मिक, इतिहास ,साहित्य ,प्रतियोगिता, सामाजिक विज्ञान, महापुरुषों की जीवनी से जुड़ी पुस्तकें उपलब्ध है. इससे बंदियों में नकारात्मक विचार को खत्म किया जा सके. गोरखपुर जिला जेल के जेलर प्रेम सागर शुक्ला ने बताया कि सुबह 8 से शाम 5 बजे तक पुस्तकालय में बैठकर बंदी समाचार पत्र, धार्मिक, साहित्य व स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी पुस्तकें पढ़ सकेंगे.

गोरखपुर जिला जेल में पुस्तकों का विस्तार किया जाएगा. इसमें स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद ली जाएगी पुस्तकालय के अलावा जिला कारागार में एक अस्पताल भी खोला गया है. यह नवनिर्मित अस्पताल का लोकार्पण हो चुका है. इसमें 18 बेड वाले नए अस्पताल में डॉक्टर, फार्मासिस्ट के लिए अलग कमरा बना है. जेल के अंदर पहले से 20 बेड का एक अस्पताल चल रहा है. इस नवनिर्मित अस्पताल के होने से कैदियों को और अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी.

रिपोर्ट : कुमार प्रदीप

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें