Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के 6 पुराने मेडिकल कॉलेजों में उपचार की व्यवस्था का तुलनात्मक विश्लेषण (Comparative analysis) करने का निर्देश दिया था, जिसके बाद से टीम ने सितंबर और अक्टूबर में चिकित्सा व्यवस्था का विश्लेषण किया, जिसमें पहला स्थान प्रयागराज को मिला है, तो दूसरा स्थान बीआरडी मेडिकल कॉलेज को मिला है, जबकि तीसरे स्थान पर कानपुर मेडिकल कॉलेज है.
उत्तर प्रदेश के पुराने मेडिकल कॉलेजों में जिन बिंदुओं पर तुलनात्मक विश्लेषण कर रैंकिंग की गई है, उनमें बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी), अंतरंग रोग विभाग (आईपीडी), सर्जरी व बिना सूचना दिए चले गए रोगी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर, मेरठ, आगरा और झांसी के मेडिकल कॉलेजों की चिकित्सा व्यवस्था का तुलनात्मक विश्लेषण कर रैंकिंग की गई. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सितंबर और अक्टूबर 2 महीनों में औसतन ओपीडी 61388, आईपीडी 7055 , सर्जरी 1006 हुई हैं, और वहीं पर 300 रोगी लापता हैं.
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प्रयागराज के मोती नेहरू मेडिकल कॉलेज को 47 अंक ही हासिल हुए, लेकिन वहां सर्जरी अधिक होने से उसे पहली रैंक मिली है.
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गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज को 47 अंक मिले हैं.
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कानपुर मेडिकल कॉलेज को तीसरी रैंक मिली है.
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मेरठ के एल एल एल आर एम मेडिकल कॉलेज को चौथी रैंक मिली है.
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आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज को पांचवी रैंक मिली है.
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झांसी के एम एल बी मेडिकल कॉलेज को छठी रैंक मिली है.
वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य गणेश कुमार ने बताया कि, मेडिकल कॉलेज को दूसरा स्थान मिला है. यह रैंकिंग सितंबर और अक्टूबर में चिकित्सा व्यवस्था के विश्लेषण में मिली है. इसके पहले जुलाई और अगस्त की रैंकिंग में बीआरडी मेडिकल कॉलेज को चौथा स्थान मिला था, लेकिन दूसरी बार की रैंकिंग में दूसरे स्थान पर आ गया है. आगे कोशिश रहेगी कि अगली रैंकिंग में यह पहला स्थान प्राप्त करें.
रिपोर्टर– कुमार प्रदीप, गोरखपुर