Etawah News: इंसान को ‘मना’ करना आना चाहिए. उसके साथ यदि कुछ गलत हो रहा है तो उसे स्वीकार करने के बजाय उसके खिलाफ आवाज बुलंद करना आना चाहिये. उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद के भरथना कस्बे में कुछ ऐसा ही हुआ है. दोगुनी उम्र का दूल्हा देख 16 साल की नाबालिग दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया. लड़की की रजामंदी न मिलने पर बारात को बैरंग ही लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा.
जानकारी के मुताबिक, मामला ग्राम नगला बाग कुसना का है. यहां एक 16 साल की लड़की की शादी करवाई जा रही थी. हर शादी वाले माहौल की तरह यहां भी सजावट की गई थी. बारात के स्वागत के लिए लड़की के घरवाले पूरी मुस्तैदी से लगे हुये थे. बारात आई तो सभी उसके स्वागत की तैयारियों में और ज्यादा मशगूल हो गये. इस बीच दुल्हन की सहेलियों ने दूल्हे को देखने की कोशिश की. दूल्हे को देखते ही सबके होश फाख्ता हो गये.
दरअसल, दूल्हे की उम्र दुल्हन से करीब दोगुनी अधिक थी. इसकी जानकारी सहेलियों ने दुल्हन को दी. हकीकत से सामना होने के बाद तो दुल्हन का बिफरना लाजिमि था. उसने शादी से इनकार कर दिया. सभी अब लड़की को मनाने की कोशिश करने लगे. इस पर दूल्हा पक्ष सहित वधू के सगे मामा ने मामला शांत कराकर जबरन शादी कराने का दबाव बनाना शुरू कर दिया. वधू की मां मीना देवी ने बताया कि उसकी नाबालिग पुत्री की शादी के लिए ग्राम खितौरा निवासी सगा मामा जबरन शादी कराना चाहता था.
हालांकि, मामा ने थाना ऊसराहार क्षेत्र के ग्राम जाफरपुरा (समथर) निवासी रवि कुमार (33 वर्ष) पुत्र स्वर्गीय जगदीश चंद्र के साथ लड़के की फोटो दिखाकर रिश्ता तय कर दिया था. परिजनों ने लड़के को देखने का कई बार प्रयास किया गया मगर दूल्हा पक्ष ये कहता था कि लड़का बाहर नौकरी कर रहा है. अंत में हार मानकर दूल्हे को बारात वापिस लेकर जाना पड़ा. फिलहाल, तहरीर मिलने पर पुलिस ने इस मामले की रिपोर्ट दर्जकर जांच शुरू कर दी है.