Aligarh News: अलीगढ़ जंक्शन पर ट्रैक पार करते भाई-बहन और आठ माह की बच्ची की मौत

मऊ के चकवर मोझी देवला, मुहम्मदाबाद के रहने वाले 25 वर्षीय शैलेंद्र, उसकी 35 वर्षीय बहन सीखा, सीखा के गोद में उसकी 8 महीने की बच्ची शिवानी, सभी मऊ से कैफियत एक्सप्रेस से अलीगढ़ जंक्शन उतरे थे.

By Prabhat Khabar News Desk | November 17, 2022 9:08 AM

Aligarh News: अलीगढ़ जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 4 से ट्रैक पार कर रहे भाई-बहन और उनके गोद में मौजूद 8 माह की बच्ची की ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई, वहीं साथ में पटरी पार कर रही किशोरी बाल-बाल बच गई.

मऊ के चकवर मोझी देवला, मुहम्मदाबाद के रहने वाले 25 वर्षीय शैलेंद्र, उसकी 35 वर्षीय बहन सीखा, सीखा के गोद में उसकी 8 महीने की बच्ची शिवानी, सभी मऊ से कैफियत एक्सप्रेस से अलीगढ़ जंक्शन उतरे थे. ये लोग प्लेटफार्म नंबर 4 पर थे. सभी को अलीगढ़ से दादरी के लिए ट्रेन पकड़नी थी.

सभी पटरी को पार कर रहे थे, तभी टूंडला की तरफ से एक ट्रेन आ गई, जिसकी चपेट में आने से मौके पर ही भाई-बहन और 8 माह की बच्ची की मौत हो गई. तीनों के ट्रेन से कटने पर अलीगढ़ जंक्शन पर हंगामा मच गया. तीनों के शवों को ट्रैक से हटाया गया.

घटना में बाल-बाल बची किशोरी

ट्रेन के आते समय तीनों के साथ में एक किशोरी 19 वर्षीय श्वेता भी थी, जो कि घटना में बाल-बाल बच गई. किशोरी घटना से बहुत व्यथित थी, कह रही थी कि हम आए 4 थे, पर 4 पहुंच नहीं पाए.

दो प्लेटफार्म के बीच में फेसिंग होने पर रुक सकती हैं घटनाएं

पहले भी गलत तरीके से ट्रैक पार करते हुए कई घटनाएं घटित हुई हैं, जिसमें कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है. एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए यात्रियों में हड़बड़ाहट होती है. पटरी पार करते समय उन्हें लगता है कि ट्रेन नहीं आ रही. लेकिन, रफ्तार से आती हुई ट्रेन के शिकार हो जाते हैं. अगर दो प्लेटफार्म के बीच में एक दीवार यानी फेसिंग हो, तो इस तरीके की घटनाएं बंद हो सकती हैं.

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