बरेली की रामगंगा नदी में डूबकर दो भाइयों की मौत, हरदोई से बुआ के घर आए थे छुट्टी मनाने
गुरु पूर्णिमा के चलते बुआ के परिवार के साथ रामगंगा नदी में स्नान करने गए थे. अचानक गहरे पानी की तरफ चले गए. इससे दोनों डूब गए. काफी कोशिश के बाद दोनों के शव तलाश किए गए. मगर इस हादसे से कोहराम मच गया. हरदोई में मृतक बच्चों के परिजनों को दी गई. परिजन फतेहगंज पूर्वी के लिए रवाना हो गए हैं.
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली के फतेहगंज पूर्वी थाना क्षेत्र से गुजरने वाली रामगंगा नदी में डूब कर दो सगे भाइयों की मौत हो गई. यह दोनों हरदोई से अपनी बुआ के घर स्कूल की छुट्टियां मनाने आए थे. मंगलवार को गुरु पूर्णिमा के चलते बुआ के परिवार के साथ रामगंगा नदी में स्नान करने गए थे. अचानक ही गहरे पानी की तरफ चले गए. इससे दोनों डूब गए. काफी कोशिश के बाद दोनों के शव तलाश किए गए. मगर इस हादसे से कोहराम मच गया. हादसे की खबर हरदोई में मृतक बच्चों के परिजनों को दी गई. परिजन फतेहगंज पूर्वी के लिए रवाना हो गए हैं.
नहाते समय दोनों गहरे पानी में डूब गए
फतेहगंज पूर्वी थाना क्षेत्र के नगरिया कला गांव निवासी अपने फूफा तेजपाल के घर गर्मियों की छुट्टी बिताने आए थे. हरदोई जिले के पिहानी थाना क्षेत्र के पंचम पुरवा गांव निवासी सर्वजीत के शिवम (12 वर्ष) और धर्मेंद्र (15 वर्ष) की मंगलवार सुबह गांव के पास से बहने वाली रामगंगा नदी में डूबने से मौत हो गई. मृतकों के परिजनों ने बताया कि शिवम और धर्मेंद्र अपने फूफा तेजपाल के घर गर्मियों की छुट्टी बिताने आए थे. यहां पर पूर्णिमा स्नान करने के लिए गांव के पास ही घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी थी. हर बार की तरह मेला भी लगाया गया था. दोनों भाई गंगा स्नान करने के लिए गए थे, लेकिन नहाते समय दोनों गहरे पानी में डूब गए.
डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया
मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए, जैसे ही बच्चों के फूफा और उसके घर वालों को घटना की जानकारी मिली, तो कोहराम मच गया. बड़ी संख्या में ग्रामीण और घर वाले मौके पर पहुंच गए. उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी दी. कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों के शव लोगों की मदद से रामगंगा नदी से बाहर निकाला. इसके बाद स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले गए. डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने दोनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिएं हैं.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद