UP: एक्शन में मायावती, पूर्व मंत्री नकुल दुबे को पार्टी से निकाला, बताई यह वजह
Uttar Prdaesh News: बता दें कि नकुल दुबे वर्ष 2007 में पहली बार लखनऊ महोना विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर मायावती सरकार में नगर विकास मंत्री बने. उस समय वह कम उम्र के मंत्री रहे. उन्हें नगर विकास जैसा बड़ा विभाग भी दिया गया था.
Uttar Prdaesh News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा की करारी हार के बाद पार्टी सुप्रीमो मायावती एक्शन में नजर आ रही हैं. मायावती पार्टी लाइन से बाहर जाकर काम करने वाले नेताओं की लगातार छुट्टी भी कर रही हैं. वहीं अब मायावती ने पूर्व मंत्री नकुल दुबे को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि पूर्व मंत्री नकुल दुबे को पार्टी में अनुशासनहीनता करने व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण निष्कासित कर दिया गया है. बता दें कि बसपा सरकार व पार्टी में नकुल दुबे की गिनती बड़े ब्राह्मण चेहरे में होती थी.
बता दें कि नकुल दुबे वर्ष 2007 में पहली बार लखनऊ महोना (अब बख्शी का तालाब) विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर मायावती सरकार में नगर विकास मंत्री बने. उस समय वह कम उम्र के मंत्री रहे. उन्हें नगर विकास जैसा बड़ा विभाग भी दिया गया था, लेकिन 2012 और 2017 के चुनाव में वह हार गए थे। तब परिसीमन के बाद उन्हें बक्शी का तालाब सीट से चुनाव लडऩा पड़ा था. नकुल दुबे 2019 सीतापुर लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं.
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गौरतबल है कि पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के बाद नकुल दुबे बसपा का बड़ा ब्राह्मण चेहरा माने जाते थे. बता दें कि 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा की हरारी हार हुई है. यूपी में बसपा ने एकमात्र बलिया की रसड़ा विधानसभा सीट जीतने में सफलता पाई है। यहां से बसपा के टिकट पर उमाशंकर सिंह ने तीसरी बार जीत हासिल की है. वहीं बसपा ने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 19 सीट जीती थीं और 21 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने में सफल रही थी. लेकिन इस बार बसपा 12.79 फीसदी मतों के साथ इकाई के अंक तक सिमट गई है. वर्ष 2007 में जब बसपा ने उत्तर प्रदेश में सरकार बनाई थी तो उसे 206 सीट और 30.43 प्रतिशत मत हासिल हुए थे.