बसपा ने NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का लिया फैसला, मायावती ने BJP और विपक्ष को लेकर कही ये बात
मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि, राष्ट्रपति चुनाव में NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी बसपा. उन्होंने कहा कि, हमने यह फैसला न तो भाजपा या एनडीए के समर्थन में और न ही विपक्ष के खिलाफ बल्कि अपनी पार्टी और आंदोलन को ध्यान में रखते हुए लिया है.
Lucknow News: एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने 24 जून को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. मुर्मू के समर्थन में संसद भवन में पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा कई बड़े नेता मौजूद रहे. इस बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किया है.
We've decided to support NDA's Presidential election candidate Droupadi Murmu. We've taken this decision neither in support of BJP or NDA nor against opposition but keeping our party and movement in mind: BSP chief Mayawati pic.twitter.com/7QXbnVNXNj
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 25, 2022
बसपा प्रमुख मायावती ने प्रेस वार्ता कर बताया कि, हमने एनडीए के राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किया है. हमने यह फैसला न तो भाजपा या एनडीए के समर्थन में और न ही विपक्ष के खिलाफ बल्कि अपनी पार्टी और आंदोलन को ध्यान में रखते हुए लिया है.
‘आदिवासी समाज को ध्यान में रखते हुए लिया फैसला’यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने आगे कहा कि, ‘हमारी पार्टी ने आदिवासी समाज को अपने मूवमेंट का खास हिस्सा मानते हुए द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है. हमने यह अति महत्वपूर्ण फैसला BJP और NDA के पक्ष या फिर विपक्षी पार्टी के विरोध में नहीं लिया है.’
बसपा के समर्थन से मजबूत होगी दावेदारीदरअसल, झारखंड की पहली महिला राज्यपा रह चुकी द्रौपदी मुर्मू एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं. वैसे तो उनकी जीत पहले से ही तय मानी जा रही है. इस बीच बसपा का समर्थन मिलने से उनकी दावेदारी और भी मजबूत हो गई है. द्रौपदी मुर्मू के जीतने पर वह देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति और भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी.
27 जून को नामांकन कर सकते हैं यशवंत सिन्हावैसे तो सत्ताधारी दल की प्रत्याशी होने के कारण द्रौपदी मुर्मू की जीत लगभग तय मानी जा रही है, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने नामांकन दाखिल करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, टीएमसी की ममता बनर्जी और एनसीपी चीफ शरद पवार से बात की, और खुद के लिए समर्थन मांगा. वहीं दूसरी ओर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राष्ट्रपति उम्मीदवार को समर्थन देने के लिए आज पार्टी विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है. वहीं, विपक्ष की ओर से उम्मीदवार यशवंत सिन्हा 27 जून को नामांकन कर सकते हैं.