Bareilly News: बहुजन समाज पार्टी (BSP) के संस्थापक कांशीराम के साथी एवं बसपा के संस्थापक सदस्य बीआर प्रसाद का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वह मायावती के भी काफी नजदीक थे. बरेली में बसपा की स्थापना के बाद बीआर प्रसाद मायावती को साइकिल पर बैठाकर आंदोलनों में ले जाते थे.
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बीआर प्रसाद को बामसेफ का मंडल अध्यक्ष भी बनाया था. वह बसपा के शुरुआती दिनों के साथी थे. इसलिए सरकारी नौकरी के साथ ही बसपा को मजबूत करने के लिए काफी मेहनत की थी. बरेली में बीआर प्रसाद कांशीराम के सबसे नजदीक थे. बीआर प्रसाद के रिटायरमेंट के दिन अचानक ही दिल्ली से कांशीराम ट्रेन से बरेली आ गए थे. उनके निधन के बाद बसपाइयों में शोक की लहर दौड़ गई. बसपा कोऑर्डिनेटर के साथ ही पार्टी के प्रमुख नेता सांत्वना देने पहुंचे.
बसपा एवं बामसेफ के पूर्व मंडल अध्यक्ष जगदीश प्रसाद ने बताया कि बीआर प्रसाद पार्टी की धरोहर थे. उन्होंने काफी संघर्ष किया था. उनके जाने से पार्टी का बड़ा नुकसान हुआ है. उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता. बसपा नेता ब्रह्मस्वरूप सागर, यशवंत अंबेडकर, सुनील कुमार, प्रभाकर बाबू, राम अवतार, बालक राम बौद्ध, देवेंद्र सिंह समेत तमाम लोग पहुंचे थे.
इसके साथ ही पूर्व विधायक विजयपाल सिंह ने भी परिजनों को दुख की घड़ी में सांत्वना दी. पूर्व विधायक विजयपाल सिंह ने कहा कि बीआर प्रसाद जी ने समाज हित में काफी कार्य किया है. उन्होंने हमेशा समाज को बढ़ाने का कार्य किया है. उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है.
बहुजन समाज पार्टी की स्थापना 14 अप्रैल 1984 को हुई थी. बसपा की लोकसभा में 10 सीट हैं. राज्यसभा में 5, यूपी विधानसभा में 01, राजस्थान विधानसभा में 02, मध्य प्रदेश विधानसभा में 2, छत्तीसगढ़ विधानसभा 2 विधायक रहे थे. बसपा के उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, बिहार में भी विधायक थे.
रिपोर्ट-मुहम्मद साजिद, बरेली