Mayawati on OBC Census: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 2022 में होने वाले विधानसभा के चुनाव (UP Assembly Elections 2022) को लेकर ब्राह्मण वोटों के लिए राजनीतिक संग्राम छिड़ चुका है. वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मणों को अपने पाले में लाने के इरादे से ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत की.
बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayavati) ने शुक्रवार को कहा कि देश में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समाज की अलग से जनगणना (Census) कराने की मांग पर केंद्र सरकार अगर कोई सकारात्मक पहल करती है, तो बसपा संसद के अंदर और बाहर उसका समर्थन करेगी.
देश में ओ.बी.सी. समाज की अलग से जनगणना कराने की माँग बी.एस.पी. शुरू से ही लगातार करती रही है तथा अभी भी बी.एस.पी. की यही माँग है और इस मामले में केन्द्र की सरकार अगर कोई सकारात्मक कदम उठाती है तो फिर बी.एस.पी. इसका संसद के अन्दर व बाहर भी जरूर समर्थन करेगी।
— Mayawati (@Mayawati) August 6, 2021
मायावती ने ट्वीट किया, देश में ओबीसी समाज की अलग से जनगणना कराने की मांग बसपा शुरू से ही करती रही है तथा अब भी बसपा की यही मांग है और इस मामले में केंद्र की सरकार अगर कोई सकारात्मक कदम उठाती है, तो फिर बसपा इसका संसद के अंदर और बाहर भी समर्थन जरूर करेगी.
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जानकारों की मानें, तो बहुजन समाज पार्टी को लगता है कि 2007 वाला फॉर्मूला अगर सफल हुआ तो यूपी चुनावी जीतने में कोई परेशानी नहीं होगी. इसी बात का ध्यान रखते हुए उसने धार्मिक स्थलों से प्रबुद्ध सम्मेलन की शुरुआत की है.
हालांकि उसने इस सम्मेलन को ब्राह्मण बहुल क्षेत्रों में न जाकर धार्मिक स्थानों को चुना है. उसे लगता है, इससे ब्राह्मण समाज में बड़ा संदेश जाएगा. बसपा की रणनीतिकार मानते हैं कि दलित, मुस्लिम और ब्राह्मण वोट बैंक अगर मिला, तो यह आगामी चुनाव में बड़ा गेमचेंजर होगा.