Lucknow News: यूपी की जनता को बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) की सौगात मिलने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जुलाई को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे इसका उद्घाटन कर सकते हैं. पीएम जालौन से इस एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करेंगे. इसके लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. उद्घाटन समारोह में बुंदेलखण्ड के कलाकार अपना हुनर पेश करते नजर आएंगे.
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री के जालौन जनपद में जुलाई माह में प्रस्तावित कार्यक्रम में झांसी मण्डल के 80 बुंदेली लोक कलाकार कार्यक्रम स्थल पर अपनी प्रस्तुतियां देंगे. यह पहला अवसर होगा जब भारत के प्रधानमंत्री के समक्ष बुंदेली लोक कार्यक्रमों की न सिर्फ प्रस्तुतियां होंगी बल्कि कला एवं संस्कृति की धरोहर को संरक्षित रखने के लिए गठित की गई. समितियों के सदस्यों को भी इन कार्यक्रम में स्थान मिलेगा. यूपीडा के कार्यपालक अधिकारी और राज्य के अपर गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने हाल ही में दावा किया है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण 99 फीसदी पूरा हो चुका है. बाकी काम 4 जुलाई तक पूरा करने को निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दे दिये गये हैं.
बुंदेलखण्ड की लोक कलाओं व कलाकारों के संरक्षण एवं उत्थान के लिये मण्डलायुक्त की ओर से 8 समितियों का गठन किया गया है. उद्घाटन समारोह में एक वर्ष में किये गये प्रयासों की प्रस्तुति के लिये अलग-अलग काउंटर बनाए जाएंगे. इसके अलावा बुंदेली साहित्य की प्रदर्शनी तथा इनके साहित्यकारों को भी इन काउंटर्स पर स्थान दिया जाएगा. कार्यक्रम स्थल पर झांसी मण्डल के साथ-साथ बांदा मण्डल के लोक कलाकारों को भी अवसर मिलेगा.
बुंदेलखण्ड की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिये मण्डलायुक्त झांसी डॉ. अजय शंकर पाण्डेय ने मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री के संभावित कार्यक्रम स्थल पर तैयारी शुरू की जा रही है. कार्यक्रम स्थल के नजदीक ही बुंदेली कलाकारों के लिये एक पृथक स्थान निर्धारित किया जाएगा. जहां वे अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर सकेंगे. बुंदेलखण्ड की सांस्कृतिक धरोहर के प्रदर्शन के लिये छायाचित्र लगाए जाएंगे. प्रदर्शनी में झांसी मण्डल की प्रसिद्ध जगहों और गांव-गांव की गौरवगाथा से संबंधित चित्रों का भी प्रदर्शन किया जाएगा.