Bundelkhand Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज सात जिलों से गुजरने वाले 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) का उद्घाटन किया. खास बात ये है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे अपने निर्धारित समय से आठ महीने पहले यानी की महज 28 महीने के भीतर पूरा किया गया है. यह एक्सप्रेसवे चार लेन का है जिसे भविष्य में छह लेन तक बढ़ाया जा सकता है.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, एक समय में यूपी में सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे, आज यूपी में 35 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं और 14 नए मेडिकल कॉलेज में काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि, इस एक्सप्रेसवे के बगल में जो स्थान हैं, वहां बहुत सारे किले हैं. यूरोप के बहुत सारे देशों में किले देखने का बहुत बड़ा पर्यटन उद्योग चलता है. मैं आज योगी जी की सरकार से कहूंगा कि अब बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनने के बाद आप भी इन किलो को देखने के लिए एक शानदार टूरिज्म सर्किट बनाएं.
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, चित्रकूट से दिल्ली पहुंचने में अब लगभग 6 घंटे का समय लगेगा, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है. ये एक्सप्रेसवे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा.
प्रधानमंत्री ने बिना नाम लिए विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, रेवड़ी कल्चर वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे, नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे.रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर, उन्हें खरीद लेंगे. हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है, रेवड़ी कल्चर को देश की राजनीति से हटाना है. आजकल हमारे देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है. ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है. इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है.
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से स्थानीय अर्थव्यवस्था और कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में चार रेलवे ओवरब्रिज, 14 लंबे पुल, 6 टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 266 छोटे पुल और 18 फ्लाईओवर बनकर तैयार हैं. फिलहाल, एक्सप्रेस-वे का 90 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है. हालांकि, केन, बेतवा और यमुना पर बनने वाले पुलों का निर्माण कार्य अभी जारी है. ये तीनों पुल बांदा, हमीरपुर में बनने हैं. इसके अलावा टोल का कार्य भी होने अभी बाकी है.
आइए अब बात करते हैं बुदेलखंड एक्सप्रेसवे किन सात जिलों से होकर गुजरेगा. ये एक्सप्रेसवे प्रदेश के चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरेगा. एक्सप्रेसवे से इन सात जिलों के लोगों को कई बड़े फायदे होंगे. अगर किसी एक जिले के रूप में हम बांदा की बात करें तो यहां के लोगों को पहले दिल्ली जाने के लिए 12 घंटे का समय लगता था. जोकि काफी महंगा और समय व्यर्थ करने वाला साबित होता था, लेकिन अब ये समय घटकर सात से आठ घंटे हो जाएगा.