Varanasi News: सोमवार को शिवपुर विधानसभा से सपा और सुभासपा पार्टी के गठबंधन उम्मीदवार अरविंद राजभर नामांकन करने अपने पिता ओपी राजभर के साथ पहुंचे थे. आरोप है कि नामांकन करने के दौरान अधिवक्ताओं के एक गुट ने हंगामा और गाली गलौज किया. साथ ही जान से मारने की धमरी दी. मामले में कैंट पुलिस ने अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सीेएम योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि, सीएम योगी मेरी हत्या कराना चाहते हैं, कल गुंडे भेजकर वाराणसी में मेरी हत्या की कोशिश की गई. मैं चुनाव आयोग से मांग करता हूं कि अरविंद राजभर और ओम प्रकाश राजभर को सुरक्षा मुहैया कराएं.
कचहरी चौकी इंचार्ज विनोद मिश्रा ने प्रभारी निरीक्षक कैंट को जानकारी दी कि, सोमवार को नामांकन के दौरान कचहरी परिसर में सिपाहियों के साथ ड्यूटी कर रहे थे. इस दौरान अलग अलग पार्टियों के उम्मीदवार नामांकन कर रहे थे. दोपहर करीब दो बजे शिवपुर विधानसभा से सपा और शुभासपा के गठबंधन के उम्मीदवार अरविंद राजभर नामांकन करने पहुंचे. नामांकन करने के बाद अरविंद राजभर और ओपी राजभर के साथ कचहरी परिसर से बाहर निकल रहे थे. उस समय कुछ लोगों द्वारा जमकर हंगामा किया गया और गाली गलौज की गई.
इस पूरे मामले में ओपी राजभर ने सोमवार को चुनाव आयोग से शिकायत की है. ओपी राजभर ने वाराणसी कमिश्नर ए सतीश गणेश और वाराणसी जिलाधिकारी को हटाने की मांग की है. ओपी राजभर ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में दोनों अधिकारियों के वाराणसी तैनाती के दौरान निष्पक्ष तरीके से विधानसभा चुनाव नहीं हो पाएगा. सोमवार को जब सुभासपा और सपा गठबंधन उम्मीदवार के साथ बदसुलूकी की जा रही थी, तो वहां तैनात सुरक्षा कर्मी मूकदर्शक बने हुए थे. ये सब सत्तादल के इशारे पर अधिकारियों की शह पर किया गया है. इस लिए कमिश्नर और जिलाधिकारी को तत्काल हटाए जाने की मांग की है.
रिपोर्ट- विपिन सिंह