Agra News: आगरा के के डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस में बुधवार को छात्रों के बीच विवाद हो गया. जिसके बाद गुरुवार को आईईटी के निदेशक वीके सारस्वत और चीफ प्रॉक्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय में माहौल बिगड़ता जा रहा है, जिसमें काम करना मुश्किल हो गया है. इसीलिए हम इस्तीफा दे रहे हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बुधवार को खंदारी कैंपस में दो छात्राओं के बीच विवाद के बाद छात्रों के दो गुट में झगड़ा हो गया था और जमकर मारपीट हुई थी. शिक्षकों के मौके पर पहुंचने के बाद आईईटी के छात्रों को पीटने वाले कुछ लड़के सांसद रामशंकर कठेरिया के घर में घुस गए थे और कुछ छात्र मौके से फरार हो गए थे. इस मामले में आईईटी के निदेशक प्रो वीके सारस्वत अपने छात्रों के पक्ष में खड़े थे.
निदेशक का कहना है कि मैं अपने छात्रों को पीटते हुए नहीं देख सकता. उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी मेरे हाथ है. मैंने जब छात्रों को पीटते हुए देखा और उनकी तरफ से कुछ बोला तो मुझे भी धमकाया गया. ऐसी स्थिति में मेरे निदेशक पद पर रहना बहुत मुश्किल है. जिसकी वजह से मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं.
वहीं, चीफ प्रॉक्टर मनोज श्रीवास्तव ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में चीफ प्रॉक्टर की एक गरिमा होती है और इस पद को मैं लंबे समय से संभाल रहा हूं. मगर बुधवार को जो हुआ उस माहौल में मैं काम नहीं कर सकता. छात्रों को बचाने के लिए उन्हें धमकी दी गई है. ऐसे में वह अपने आत्मसम्मान को खोकर इस पद पर नहीं रह सकते. जिसकी वजह से मैं इस्तीफा दे रहा हूं और अब इस पद पर काम करने का इच्छुक नहीं हूं
बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्र नेताओं पर मारपीट और अभद्रता का आरोप है. और छात्र नेताओं ने ही आईआईटी निदेशक और चीफ प्रॉक्टर को बीच-बचाव करने पर उनके खिलाफ मुकदमा कराने की धमकी दी थी. वहीं थाना न्यू आगरा में इस मामले में जो तहरीर दी गई थी वह दोनों पक्षों में समझौते के बाद वापस ले ली गई है.
रिपोर्ट- राघवेंद्र गहलोत