Gorakhpur: सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) गोरखपुर में खाद कारखाना और प्लास्टिक पार्क में कौशल विकास केंद्र स्थापित करेगा. जिससे पेट्रोकेमिकल से जुड़े कारखानों में रोजगार के लिए युवाओं को तैयार किया जाएगा. गोरखपुर के खाद कारखाना परिसर में इसके लिए 20 एकड़ और प्लास्टिक पार्क में 5 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जा रही है. इसके खुल जाने से कारखानों में जरूरत के हिसाब से काम करने वाले लोगों की कमी दूर हो जाएगी.
कारखानों में काम करने वाले लोगों की कमी को देखते हुए गोरखपुर के मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी की अध्यक्षता में खाद कारखाना परिसर में एक बैठक संपन्न हुई, जिस पर इस बात की चर्चा की गई. गोरखपुर में खाद कारखाना खुल जाने के बाद इस बात को लेकर पहले ही निर्णय किया गया कि एक बड़ा कौशल विकास केंद्र स्थापित किया जाएगा. गोरखपुर प्रशासन ने इसके लिए 20 एकड़ जमीन आवंटित करने पर सहमति व्यक्त की थी. सिपेट यहां कौशल विकास केंद्र स्थापित करेगा और युवाओं को चयनित कर खाद कारखाना में प्रयोग होने वाले सभी ट्रेडों में उन्हें प्रशिक्षित करेगा.
गीडा के सीईओ पवन अग्रवाल ने बताया कि सिपेट द्वारा प्लास्टिक पार्क में कौशल विकास केंद्र स्थापित किया जाएगा. खाद कारखाना परिसर में बड़ा केंद्र स्थापित किया जाएगा. इससे स्थानीय युवाओं को काफी फायदा होगा उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. सिपेट द्वारा ट्रेनिंग के बाद प्रशिक्षित युवाओं को गोरखपुर खाद कारखाने में रोजगार मिलेगा, साथ ही देश के अन्य खाद कारखानों में भी रोजगार के अवसर मिलेंगे. इसके साथ ही प्रशिक्षित युवा निजी क्षेत्र के कारखानों के लिए भी उपयुक्त होंगे.
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गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे पर औद्योगिक गलियारे को विकसित किया जा रहा है. जहां गीडा द्वारा प्लास्टिक पार्क की स्थापना की जा रही है. 88 एकड़ में विकसित होने वाले इस पार्क में उत्पादों से जुड़ी 92 औद्योगिक इकाइयां स्थापित की जाएगी. सिपेट यहां कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के साथ ही शोध कार्य भी करेगा. यहां पर युवाओं को प्रशिक्षित होने के साथ-साथ रोजगार भी मिलेगा.
रिपोर्ट– कुमार प्रदीप, गोरखपुर