Gorakhpur: स्वच्छ सर्वेक्षण में गोरखपुर महानगर को ज्यादा से ज्यादा नंबर दिलाने के लिए अब नागरिकों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना होगा. सभी को अपने एंड्रॉयड फोन में स्वच्छता ऐप डाउनलोड करना होगा. यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद है. इस ऐप को डाउनलोड करने पर 150 और ऐप के माध्यम से फोटो के साथ अपनी समस्या को लेकर शिकायत पर नगर निगम की ओर से समाधान पर 350 नंबर मिलेंगे.
नगर निगम द्वारा ऐप डाउनलोड कराने और लोगों की समस्या से जुड़ी शिकायत करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया गया है. 85000 नागरिकों ने अगर एक ऐप डाउनलोड किया तो महानगर को स्वच्छ सर्वेक्षण में 150 नंबर मिलेगा. इस ऐप के माध्यम से कोई भी अपनी समस्या को फोटो के साथ शिकायत कर सकता है. जिस पर नगर निगम की ओर से इसके त्वरित समाधान पर उन्हें 350 नंबर मिलेंगे.
शौचालय की टंकियों का पानी बहना, सीवर पानी का सड़क पर बहना, मृत पशुओं, गंदे कूड़ेदान, कूड़ा इकट्ठा, सफाई न होना, शौचालय में लाइट ना होना, शौचालय में पानी ना होना, शौचालय की सफाई, सड़क पर जलभराव, खुले में कूड़ा जलाना, मलव पड़ा रहना, खुले में शौच, गोरखपुर महानगर क्षेत्र में एक लाख 70 हजार से अधिक मकान और दुकानें हैं.
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गोरखपुर नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण में महानगर को टॉप 10 में स्थान पाने के लिए अफसर और सभी कर्मचारी दिन रात मेहनत कर रहे हैं. नागरिकों का भी सहयोग मिल रहा है. ऐप डाउनलोड करने के साथ ही नागरिक स्वच्छ सर्वेक्षण से जुड़े सभी कार्यों के लिए खुद को अपडेट रखें, और समस्या दिखे तो इसकी शिकायत जरूर करें.
स्वच्छ भारत मिशन के प्रभारी और सहायक नगर आयुक्त डॉ. मणि भूषण तिवारी ने बताया कि गोरखपुर महानगर में तकरीबन 6500 नागरिक स्वच्छता ऐप डाउनलोड कर चुके हैं. इसकी संख्या तेजी से बढ़ रही है. सभी सफाई सुपरवाइजर व मेठ को जिम्मेदारी दी गई है. गोरखपुर नगर निगम में 80 वार्ड है. हर वार्ड में कम से कम 1000 मोबाइल में प्लेस्टोर से इस ऐप को डाउनलोड कराने का लक्ष्य रखा गया है.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप,गोरखपुर