स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022: नेशनल रैंकिंग में लखनऊ बना अव्वल, टॉप थ्री में प्रयागराज और वाराणसी भी शामिल

जनसंख्या के आधार पर शहरों की तीन श्रेणियां तय की गई थी. अधिक आबादी वाले शहरों में कुल 200 अंकों में से लखनऊ को 177.6 प्रयागराज को 174.9 और वाराणसी को 173.8 अंक मिले.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2022 7:31 AM

Lucknow: स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 की ओवरऑल रैंकिंग में यूपी ने शानदार प्रदर्शन किया है. देश के कई बड़े शहरों को पीछे छोड़ते हुए उत्तर प्रदेश के तीन शहरों ने टॉप 3 पर कब्जा कर लिया है. इनमें राजधानी लखनऊ ने पहला स्थान हासिल किया है. नेशनल क्लीन एयर सिटी कैटेगरी में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में प्रयागराज को दूसरा और वाराणसी नगर निगम को तीसरा स्थान मिला है.

भुवनेश्वर में मिला सम्मान

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित एक समारोह में केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव, राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, राज्यपाल गणेशी लाल ने महापौर संयुक्ता भाटिया तथा नगर आयुक्त को पुरस्कृत किया. सम्मान स्वरूप डेढ़ करोड़ की राशि का चेक भेंट किया गया.

देश के 9 शहरों को मिला ‘नेशनल क्लीन एयर सिटी’ पुरस्कार

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के आधार पर वायु गुणवत्ता लक्ष्यों को पूरा करने तथा सुधारात्मक निवारक और शमन कार्यों के संचालन में बेहतर प्रदर्शन करने वाले देश के 9 शहरों को ‘नेशनल क्लीन एयर सिटी’ पुरस्कार दिया गया.

मुरादाबाद का दमदार प्रदर्शन

यूपी के लिए ये उपलब्धि इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि कभी देश में सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार रहने वाले मुरादाबाद ने 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों की रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया है. इस उपलब्धि के लिए कार्यक्रम में शहर के नगर आयुक्त को सम्मानित करते हुए 75 लाख का चेक सौंपा गया.

इन बिंदुओं पर ली गई लोगों की राय

नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत देशभर के शहरों का अलग-अलग बिंदुओं पर सर्वे किया गया था. टीम के सदस्यों ने प्रदूषण का अध्ययन करने के लिए आंकड़ों के साथ आम लोगों से भी बातचीत की. सड़कों के गड्ढे भरने से लेकर सफाई और ऐसे बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार की गई.

123 शहरों ने प्रस्तुत की अपनी रिपोर्ट

सर्वेक्षण में देश भर में कुल 123 शहरों ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की. वर्ष 2019-20 से 2021-2022 तक औसत परिवेश पीएम-10 एकाग्रता को 31 प्रतिशत कम करने और बायोमास और ठोस कचरे को जलाने से रोकने के लिए की गई कार्रवाई पर उच्च स्कोरिंग के लिए डेढ़ करोड़ की राशि भेंट की गई.

जनसंख्या के आधार पर शहरों की तीन श्रेणियां

जनसंख्या के आधार पर शहरों की तीन श्रेणियां तय की गई थी. अधिक आबादी वाले शहरों में कुल 200 अंकों में से लखनऊ को 177.6 प्रयागराज को 174.9 और वाराणसी को 173.8 अंक मिले. तीन से दस लाख की आबादी वाले शहरों में 176.2 अंकों के साथ मुरादाबाद पहले और फिरोजाबाद 166.5 दूसरे स्थान पर रहा. इस श्रेणी में महाराष्ट्र के अमरावती को 165 अंकों के साथ तीसरा स्थान मिला.

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इन शहरों को भी मिला पुरस्कार

तीन लाख से कम आबादी वाले शहरों में मध्य प्रदेश के देवास को 175.5 अंकों के साथ प्रथम स्थान मिला. हिमाचल प्रदेश का सुंदरनगर 169.7 अंकों के साथ दूसरा और नालागढ़ 167 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा.

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