Taj Mahal के पीछे फैली गंदगी को एक्टिविस्ट लिसिप्रिया ने लाया सबके सामने, आगरा प्रशासन में मचा हड़कंप
Agra News: विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताजमहल के पीछे नगर निगम द्वारा किए जा रहे सफाई कार्यों के दावों की 10 वर्षीय अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता लिसीप्रिया कंजुगम ने पोल खोल दी. लिसीप्रिया ने ट्विटर पर एक फोटो ट्वीट किया जिसमें ताजमहल के पीछे वह कूड़े के पास खड़ी हुई हैं.
Agra News: विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताजमहल के पीछे नगर निगम द्वारा किए जा रहे सफाई कार्यों के दावों की 10 वर्षीय अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता लिसीप्रिया कंजुगम ने पोल खोल दी. लिसीप्रिया ने ट्विटर पर एक फोटो ट्वीट किया जिसमें ताजमहल के पीछे वह कूड़े के पास खड़ी हुई हैं. ताजमहल के पीछे नदी किनारे तमाम प्लास्टिक कचरा जमा हुआ है. जिसके बाद उनके ट्वीट को हजारों लोगों ने लाइक और रिट्वीट किया. फोटो वायरल होने के बाद नगर निगम प्रशासन भी हरकत में आ गया और अपनी तरफ से लिसीप्रिया के ट्वीट पर आधिकारिक पत्र जारी किया है. हालांकि इस फोटो के वायरल होने के बाद ताजमहल की खराब छवि लोगों की नजरों में जा रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार चाइल्ड मूवमेंट के नाम से पर्यावरण को बचाने की मुहिम के लिए संस्था चला रही लिसीप्रिया 6 वर्ष की उम्र से ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर दुनिया भर में मुहिम चला रही हैं. 2019 में उन्होंने संसद भवन के सामने पर्यावरण परिवर्तन कानून और शिक्षा नीति में पर्यावरण को शामिल करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था. जिसके बाद 2019 में ही उन्हें स्पेन के मेड्रिड शहर में आयोजित यूनाइटेड नेशंस क्लाइमेट कॉन्फ्रेंस में सबसे युवा पर्यावरणविद के रूप में ख्याति मिली. वह अब तक 32 देशों की 4000 से अधिक संस्थाओं के लिए भ्रमण कर चुकी है.
लिसीप्रिया ने 21 जून को ट्विटर पर यमुना किनारे खड़े होकर अपना एक फोटो ट्वीट किया था. उनके हाथ में एक पोस्टर है और पोस्टर पर लिखा है ‘बिहाइंड द ब्यूटी ऑफ ताज महल इज प्लास्टिक पॉल्यूशन’ उन्होंने लिखा कि ताजमहल देखने के दौरान आपने यह नजारा जरूर देखा होगा. जब भी कोई यह गंदगी देखता होगा तो जरूर कहता होगा कि ताजमहल के पीछे कितना गंदा माहौल है. लेकिन आपके एक पॉलिथीन बैग के टुकड़े ने और पानी की बोतल ने ही यह हालात पैदा किये हैं. लिसीप्रिया के ट्वीट को हजारों लोगों ने रिट्वीट किया है और करीब 7000 से ज्यादा लोग इसे लाइक कर चुके हैं.
लिसीप्रिया के ट्वीट के बाद आगरा प्रशासन भी हरकत में आ गया और तत्काल ही आगरा के मंडलायुक्त अमित गुप्ता ने जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया. जिसके बाद बुधवार को नगर निगम ने ट्वीट पर आधिकारिक जवाब देते हुए बताया कि जब यमुना में जलस्तर घट जाता है तो प्लास्टिक कचरा किनारे पर जमा हो जाता है. नगर निगम की टीम यहां पर नियमित सफाई करती है.