UP By Election Result: सीएम योगी ने रामपुर और आजमगढ़ जीतने की दी बधाई, ओवैसी बोले- सपा में कुव्वत नहीं
उत्तर प्रदेश की रामपुर (Rampur) और आजमगढ़ (Azamgarh) में लोकसभा सीट के उपचुनाव (By-Election) के परिणाम (Result) 2022 में भाजपा को जीत हासिल हुई है. इसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर रामपुर और आजमगढ़ की जनता को बधाई देते हुए जीत की खुशी जाहिर की.
UP Rampur And Azamgarh By Election Results 2022: उत्तर प्रदेश की रामपुर (Rampur) और आजमगढ़ (Azamgarh) में लोकसभा सीट के उपचुनाव (By-Election) के परिणाम (Result) 2022 में भाजपा को जीत हासिल हुई है. इसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर रामपुर और आजमगढ़ की जनता को बधाई देते हुए जीत की खुशी जाहिर की. वहीं, AIMIM के राष्ट्रीय प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर सपा की खिलाफत करने के लिए मुस्लिम वोटर्स को आगाह किया है.
आजमगढ़ सदर लोक सभा सीट पर उप चुनाव में मिली ऐतिहासिक विजय आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 'डबल इंजन की भाजपा सरकार' की लोक-कल्याणकारी नीतियों का सुफल है।
भाजपा के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं को यह जीत समर्पित है।
आभार आजमगढ़ वासियो!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 26, 2022
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा, ‘आजमगढ़ सदर लोक सभा सीट पर उप चुनाव में मिली ऐतिहासिक विजय आदरणीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘डबल इंजन की भाजपा सरकार’ की लोक-कल्याणकारी नीतियों का सुफल है. भाजपा के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं को यह जीत समर्पित है. आभार आजमगढ़वासियों!’ दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘रामपुर लोक सभा सीट पर उप चुनाव में मिली विजय आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में जन-कल्याणकारी नीतियों पर डबल इंजन की भाजपा सरकार के प्रति आमजन के विश्वास की मुहर है.’
रामपुर और आज़मगढ़ चुनाव के नतीजे से साफ़ ज़ाहिर होता है कि सपा में भाजपा को हराने की न तो क़ाबिलियत है और ना क़ुव्वत। मुसलमानों को चाहिए कि वो अब अपना क़ीमती वोट ऐसी निकम्मी पार्टियों पर ज़ाया करने के बजाये अपनी खुद की आज़ाद सियासी पहचान बनाए और अपने मुक़द्दर के फ़ैसले ख़ुद करे।
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 26, 2022
AIMIM के राष्ट्रीय प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर लिखा, ‘रामपुर और आज़मगढ़ चुनाव के नतीजे से साफ़ ज़ाहिर होता है कि सपा में भाजपा को हराने की न तो क़ाबिलियत है और न क़ुव्वत. मुसलमानों को चाहिए कि वो अब अपना क़ीमती वोट ऐसी निकम्मी पार्टियों पर ज़ाया करने के बजाय अपनी खुद की आज़ाद सियासी पहचान बनाए और अपने मुक़द्दर के फ़ैसले ख़ुद करे.’