यूपी विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकार की गिनाईं खूबियां, राहुल और अखिलेश में बताई समानता
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह बजट अब तक का सबसे बड़ा बजट है. उन्होंने 1947 के बजट का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय 103 करोड़ का बजट पेश किया गया था. तब से लेकर आज तक यूपी ने देश के साथ ही काफी तरक्की की है.
UP Vidhansabha Proceeding: उत्तर प्रदेश की विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को बजट सत्र के आखिरी एवं आठवें दिन सरकार के कामकाज का ब्यौरा पेश किया. उन्होंने इस बीच कहा कि कोरोना काल में सरकार की दूरदर्शिता का दूरगामी परिणाम निकला है. वहीं, उन्होंने विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तम समय कभी नहीं आता. उत्तम समय लाना पड़ता है. बीजेपी समाधान पर काम करती है और समाजवादी पार्टी समस्या पर ध्यान देती है.
प्रति व्यक्ति आय पर विपक्ष को घेरा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह बजट अब तक का सबसे बड़ा बजट है. उन्होंने 1947 के बजट का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय 103 करोड़ का बजट पेश किया गया था. तब से लेकर आज तक यूपी ने देश के साथ ही काफी तरक्की की है. इन 75 वर्षों में हम और विकास कर सकते थे. उन्होंने बताया कि सपा की सरकार में यूपी में प्रति व्यक्ति आय देश की प्रति व्यक्ति आय से एक तिहाई रह गई थी. वहीं, 1947 में 267 रुपए देश के प्रति व्यक्ति आय थी जबकि यूपी में यह आंकड़ा 259 रुपए था. यह सोचने का विषय है कि आखिर साल 2016-17 में प्रति व्यक्ति क्यों घट गई? यह चिंता विषय है. सीएम योगी ने कहा कि यह हमारा छठा बजट था. सदन में बजट पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने इससे इतर चर्चा की. उन्होंने भाजपा के संकल्प पत्र को ज्यादा याद किया. उन्होंने कहा कि जो हमने संकल्प लिया है, उसे हम लागू करेंगे. उसे लागू न कर पाने का कोई बहाना नहीं बनाएंगे. उन्होंने एक शायरी भी पढ़ी, ‘कैसे-कैसे मंजर सामने आने लगे हैं, लोग हंसते-हंसते चिल्लाने लगे हैं…’
राहुल और अखिलेश के बारे में बोले…
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कस दिया. सीएम योगी ने कहा, ‘आपमें (अखिलेश) और राहुल गांधी में कोई फर्क नहीं है. बस, एक फर्क है. राहुल देश के बाहर देश की बुराई करते हैं और आप प्रदेश के बाहर प्रदेश की बुराई करते हैं. उन्होंने कहा, ‘बच्चे भोले-भाले होते हैं, लेकिन मन के सच्चे होते हैं, जो बोला होगा वह बहुत सोच-समझकर ही बोला होगा. वैसे भी आपमें (अखिलेश) और राहुल गांधी में बहुत ज्यादा फर्क नहीं है, बस एक फर्क है, राहुल देश के बाद देश की बुराई करते हैं और आप प्रदेश की बुराई करते हैं.