Mathura News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सुबह मथुरा के श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान का दर्शन कर उनकी आरती उतारी. आरती के बाद दानपात्र में रुपए डाले. इसके बाद श्री कृष्ण बलराम मंदिर का उद्घाटन भी किया. इस मौके पर सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी भी मौजूद रहीं. मुख्यमंत्री यहां सभी कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद लखनऊ के लिए रवाना हो गए.
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के चुनाव प्रचार के बाद सीधे मथुरा पहुंचे थे. मथुरा में उन्हें शाम को जवाहर बाग में होने वाले महारास कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन बरसात होने के चलते कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया. इसके बाद मुख्यमंत्री वेटरनरी कॉलेज में स्थित गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम के लिए रुके. सुबह होते ही वह सबसे पहले श्री कृष्ण जन्म स्थान पर पहुंचे, जहां पर उन्होंने श्रीकृष्ण के दर्शन कर उनकी आरती उतारी.
श्री कृष्ण जन्मभूमि के बाद सीएम योगी ने मथुरा में बने श्री कृष्ण बलराम मंदिर का अवलोकन किया और उसका उद्घाटन किया. इस दौरान पुजारियों ने मुख्यमंत्री को पटका भेंट किया और मंदिर का चरणामृत भी दिया. इस दौरान उनके साथ मथुरा की सांसद हेमा मालिनी भी मौजूद रहीं.
श्री कृष्ण बलराम मंदिर का उद्घाटन करने के बाद सीएम योगी चौमुंहा आझई गांव में शुरू किए गए भक्तिवेदांत गुरुकुल एंड इंटरनेशनल स्कूल में डेयरी का उद्घाटन करने पहुंचे. जहां पर सीएम योगी ने गुरुकुल के बच्चों के साथ समय बिताया और बच्चों को संबोधित भी किया.
गुरुकुल में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने हरे कृष्णा के जयघोष से अपने उद्बोधन की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने इस्कॉन समिति का धन्यवाद किया, क्योंकि उन्हीं के सहयोग से श्री कृष्ण बलराम मंदिर और गुरुकुल एंड इंटरनेशनल स्कूल का शुभारंभ हो पाया है. मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि, सड़कों पर जो निराश्रित गाय घूमती रहती हैं. उनके लिए यह अच्छा कदम है. उनको गौशाला में लाकर उनके दूध को प्रयोग में लाया जाएगा. इससे तमाम उत्पादों का निर्माण होगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बांके बिहारी मंदिर और प्रस्तावित गलियारे पर अधिकारियों जनप्रतिनिधियों से चर्चा भी की. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि, मंदिर में व्यवस्था ठीक से नहीं हो पा रही है. जिसकी वजह से भक्तजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने अधिकारियों को काफी चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को कोई भी दिक्कत नहीं होनी चाहिए. उसके लिए जो भी सुधार किए जाएं वह जल्द से जल्द करें. और प्रस्तावित गलियारे के लिए जिनकी जमीन अधिग्रहण करनी है, उन सभी लोगों से जल्द मिले.,
रिपोर्ट- राघवेन्द्र गहलोत, आगरा