CM Yogi In Uttarakhand: पहाड़ी पर पैदल चलकर मां से मिलने पहुंचे सीएम योगी, 5 साल बाद अपने घर पहुंचे
CM Yogi In Uttarakhand: उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को पांच साल बाद अपने गांव पहुंचे. योगी आदित्यनाथ मां सावित्री से मिले. बता दें कि इससे पहले करीब पांच साल पहले 2017 में चुनाव से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ अपने घर पहुंचे गए थे.
CM Yogi In Uttarakhand: उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को पांच साल बाद अपने गांव पहुंचे. योगी आदित्यनाथ मां सावित्री से मिले. मां से मिलने के बाद सीएम योगी ने उनके साथ एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की. बता दें कि इससे पहले करीब पांच साल पहले 2017 में चुनाव में सीएम योगी आदित्यनाथ अपने घर पहुंचे गए थे. यमकेश्वर में भाजपा प्रत्याशी के लिए चुनावी जनसभा को संबोधित करने के बाद 11 फरवरी 2017 को योगी ने रात अपने घर पर बिताई थी.
माँ pic.twitter.com/3YA7VBksMA
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 3, 2022
बता दें कि देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने और इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलने के कारण योगी आदित्यनाथ पिछले पांच सालों में अपने गांव नहीं आ पाए थे. इस बीच 2020 में उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट का भी निधन हो गया. योगी फिर भी अपने गांव नहीं आ पाए. हालांकि उनके परिवारी लोग योगी से मिलने लखनऊ जाते रहे हैं, लेकिन मां से मिलने की उसकी इच्छा हमेशा बनी रही. यूपी में दोबारा सत्ता में आने के बाद उन्होंने गांव आकर मां से आशीर्वाद लेने की बात कही थी.
Also Read: उत्तराखंड दौरे पर गुरु को याद कर भावुक हुए सीएम योगी, बोले- आज जो हूं माता-पिता की वजह से
यूपी सीएम योगी अपने निजी तीन दिनी दौरे पर उत्तराखंड आए हुए हैं. योगी रात्रि विश्राम अपने घर पर ही करेंगे.तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे योगी आदित्यनाथ एयरपोर्ट से सीधे पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लाक के अंतर्गत बिथ्याणी के लिए रवाना हुए. पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लाक के अंतर्गत बिथ्याणी में उन्होंने अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया. गुरु को याद करते हुए सीएम योगी भावुक हो गए. अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आज गुरु की मूर्ति का अनावरण करने और अपने स्कूली गुरुओं का सम्मान करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ. मैं 35 साल बाद अपने गुरुओं से मिल पा रहा हूं. मैं आज जो कुछ भी हूं माता-पिता और गुरु अवेद्यनाथ की वजह से हूं.