CM योगी ने राष्ट्रपति कोविंद को भेंट की भगवान गणेश की मूर्ति, महामहिम की बिटिया को भायी शिल्पकारों की कला

Gorakhpur News: सीएम योगी ने रविवार को सर्किट हाउस पहुंचकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को टेराकोटा शिल्प से बनीं भगवान गणेश की मूर्तियां भेंट की.

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2022 9:13 PM

Gorakhpur News: एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल गोरखपुर के टेराकोटा माटी शिल्प की ब्रांडिंग रविवार को और मजबूत हो गई. सीएम योगी ने रविवार को सर्किट हाउस पहुंचकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को टेराकोटा शिल्प से बनीं भगवान गणेश की मूर्तियां भेंट की. महामहिम ने जैसे ही गोरखपुर का टेराकोटा हाथों में लिया, वह इस माटी शिल्प के मुरीद नजर आए.

गोरखपुर की पारंपरिक पहचान है टेराकोटा

दरअसल, टेराकोटा गोरखपुर की खास और पारंपरिक पहचान है. मुख्यमंत्री बनने के बाद इसे ओडीओपी में शामिल कर योगी आदित्यनाथ ने इसे उद्यमिता और रोजगार का बड़ा फलक प्रदान किया है. योगी सरकार के प्रयासों से यह अब ग्लोबल ब्रांड के रूप में स्थापित हो रहा है. इसकी ब्रांडिंग उस वक्त और मजबूत होती दिखी जब राष्ट्रपति के गोरखपुर आगमन पर मुख्यमंत्री योगी ने सर्किट हाउस में इसे उपहार स्वरूप उन्हें भेंट किया.

राष्ट्रपति की बेटी को पसंद आई शिल्पकारों की कला

सर्किट हाउस में स्टाल लगाने वाले शिल्पकारों ने कहा कि, यह उनके लिए कभी भी न भूलने वाला पल है. टेराकोटा शिल्पकार राममिलन प्रजापति ने बताया कि, राष्ट्रपति की बेटी और उनके स्टाफ को हमारी कला बहुत पसंद आई. उनसे बात करने का मौका मिलना और उन तक अपनी कला पहुंचाना अविस्मरणीय है. यह अवसर दिलाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद व्यक्त किया.

शिल्पकारों ने सीएम योगी का किया धन्यवाद

इस मौके पर अखिलेश प्रजापति और हीरालाल ने बताया कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारी कला को ओडीओपी में शामिल कर बढ़ावा नहीं दिया होता तो यह शिल्प दम तोड़ चुका होता. आज उनके द्वारा दिए गए प्रोत्साहन से टेराकोटा की धाक देश-दुनिया में जम रही है. यह उन्हीं की देन है कि हमारे द्वारा तैयार टेराकोटा उत्पाद राष्ट्रपति और राज्यपाल कें हाथों तक पहुंचाकर गोरखपुर की माटी की खुशबू बिखेर रहे हैं. राष्ट्रपति की बेटी ने भी न केवल हमारे उत्पाद खरीदे बल्कि खूब सराहना भी की.

रिपोर्टर- कुमार प्रदीप

Next Article

Exit mobile version