उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिस निजी स्कूलों में दो बहनें पढ़ाई कर रही हैं, उनमें से एक की फीस माफ कर देनी चाहिए. अगर निजी स्कूल ऐसा फैसला नहीं लेते हैं तो संबंधित विभाग यह कदम उठा सकता है. विभाग दो में से एक छात्रा की फीस निजी स्कूल को दे सकता है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के खास मौके पर ऑनलाइन छात्रवृत्ति प्रोग्रोम का शुभारंभ किया. इस दौरान सीएम ने अपनी बातों का जिक्र किया.
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर शनिवार को अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक समुदाय से लेकर सामान्य जाति के छात्रों के लिए ऑनलाइन छात्रवृत्ति कार्यक्रम की शुरुआती की. इस खास मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने करीब 1.50 लाख मेधावी छात्रों के खाते में 177 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति की राशि को ऑनलाइन ट्रांसफर किया.
मैं राज्यपाल का हृदय से स्वागत करता हूं जिन्होंने अपना समय प्रदेश सरकार की अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ी जाति, अल्पसंख्यक समुदाय और सामान्य जाति से जुड़े हुए छात्र-छात्राओं के ऑनलाइन स्कॉलरशिप के इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया: उ.प्र. CM योगी आदित्यनाथ, लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में pic.twitter.com/qoyJiTDHFG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 2, 2021
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक स्कूल में पढ़ने वाली दो बहनों में से एक की फीस संबंधित स्कूल माफ कर दे. उन्होंने संबंधित विभाग को इसे अमल में लाने की जिम्मेदारी भी दी है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिक्र किया कि संबंधित विभाग को स्कूल मैनेजमेंट को समझाना होगा कि वो एक छात्रा की फीस नहीं लें. इससे बेटियों को पढ़ाने और आगे बढ़ाने में मदद भी मिलेगी.
योगी आदित्यनाथ ने जिक्र किया कि दो अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की गई. इसके जरिए लोगों से स्वच्छ भारत के निर्माण में सहभागी बनने की अपील की गई थी. आज हम आजादी के अमृत महोत्सव में शामिल हैं. हमें स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और बलिदान को आत्मसात करना होगा. हमें उनके बताए रास्ते पर भी चलना होगा. यही उन सेनानियों के लिए सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी.