शुद्ध पेयजल, आवास और मेट्रो सेवा को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ सख्त, जानें क्या तय किए गए लक्ष्य?
बीते 5 साल में विंध्य और बुंदेलखंड के घरों में भी शुद्ध पेयजल की आपूर्ति का सपना पूरा हो रहा है. सभी नगरीय निकायों में 'हर घर नल' के संकल्प के साथ चरणबद्ध रूप से कार्य किया जाने पर जोर दिया गया. अगले 2 वर्ष में कम से कम 50 प्रतिशत आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखने की बात कही गई.
Lucknow News: सीएम योगी आदित्यनाथ से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आमजन को शुद्ध पेयजल, जरूरतमंदों को पीएम आवास और यातायात को सुगम बनाने पर चर्चा की गई. यह मौका था विभिन्न विभागों के प्रेजेंटेंशन का. इस बीच विभाग की ओर से बताया गया कि शुद्ध पेयजल हर नागरिक का अधिकार है.
दो साल के लिए तय किया गया लक्ष्य
इस बीच विभाग की ओर से बताया गया कि बीते 5 साल में विंध्य और बुंदेलखंड के घरों में भी शुद्ध पेयजल की आपूर्ति का सपना पूरा हो रहा है. सभी नगरीय निकायों में ‘हर घर नल’ के संकल्प के साथ चरणबद्ध रूप से कार्य किया जाने पर जोर दिया गया. साथ ही, अगले 2 वर्ष में कम से कम 50 प्रतिशत आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखने की बात कही गई. यह भी बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ने गरीब के ‘अपना घर’ का सपना पूरा किया है. इस अभियान में राष्ट्रीय स्तर पर उत्तर प्रदेश की सराहना भी हुई है. अगले छह माह में 2.51 लाख नए आवास बनाने का लक्ष्य लेकर तेजी से कार्य करें.
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ट्रांसपोर्टेशन पर खास निगाह
मुख्यमंत्री एवं सूबे के दोनों उपमुख्यमंत्रियों के समक्ष रखे गए प्रस्तावों में यह भी बताया गया कि सभी नगर निगमों में इलेक्ट्रॉनिक बस सेवा शुरू करने की आवश्यकता है. इस संबंध में ठोस प्रयास किए जाने पर सहमति बनी है. 14 नगरों में संचालित ई-बसों की फ्लीट को अगले 100 दिनों में दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. स्थानीय मांग के अनुसार नए रुट पर भी इस सेवा को शुरू कराने को कहा गया है. सिटी बस सेवा को मोबाइल एप से जोड़ने का प्रयास करने की योजना पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि लोगों को सुविधा हो.
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इन जिलों में मेट्रो सेवा होगी शुरू
इस बैठक में काशी, मेरठ, गोरखपुर, बरेली, झांसी और प्रयागराज को मेट्रो रेल सेवा से जोड़ने की बात कही गई है. आवश्यकता के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं. 6 माह के भीतर गोरखपुर मेट्रो लाइट परियोजना के कार्यों का शुभारम्भ करने की तैयारी को तेजी देने की बात कही गई है. वहीं, काशी, मेरठ, बरेली, झांसी और प्रयागराज में मेट्रो लाइट अथवा मेट्रो नियो परियोजनाओं के लिए प्री फिजिबिलिटी स्टडी एवं डीपीआर तैयार करने की योजना बनाने की बात कही गई है.