कानपुर हादसे के बाद ट्रैक्टर ट्रॉली की यात्रा पर सख्त हुए CM योगी आदित्यनाथ, परिवहन विभाग को ‘निर्देश’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घायलो का हाल जानने के लिए हैलट अस्पताल में पहुचे है. मुख्यमंत्री ने डॉक्टर को निर्देश दिए है कि घायलों के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए. मुख्यमंत्री ने घटनाक्रम पर प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता के पश्चात मुख्यमंत्री साढ़ के कोरथा गांव के लिए रवाना हुए.
Kanpur Accident News: कानपुर में शनिवार को हुए दर्दनाक हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई है जबकि एक दर्जन से अधिक लोग घायल हैं. इसके बाद सीएम योगी ने माल वाहनों में सवारी बैठाने पर सख्ती कर दी है. घायलों का इलाज हैलट अस्पताल में चल रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घायलों का हाल जानने के लिए हैलट अस्पताल में पहुंचे. मुख्यमंत्री ने डॉक्टर को निर्देश दिए हैं कि घायलों के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए. मुख्यमंत्री ने घटनाक्रम पर प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता के पश्चात मुख्यमंत्री साढ़ के कोरथा गांव के लिए रवाना हो गए.
परिवहन विभाग चलाएगा जागरूकता अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग, परिवहन विभाग और अन्य विभागों के साथ में बातचीत करते हुए दिशा निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि हादसों को रोकने के लिए परिवहन विभाग घर-घर जागरूकता अभियान चलाएगा. मुख्यमंत्री ने टैक्टर ट्रक समेत अन्य वाहन सवारों से अपील की है कि ट्रैक्टर का उपयोग कृषि के लिए है तो उसको उसी में प्रयोग करें. सवारी न ढोएं. ट्रक का प्रयोग माल भाड़े को लादने में करें. उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत सभी महत्वपूर्ण लोगों की संवेदनाओं के बारे में भी बताया. पीएम रिलीफ फंड से मिली मदद की जानकारी दी. कहा, अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पीड़ितों को मदद राशि दी जाएगी.
कानपुर में हुए दूसरे हादसे पर भी जताया दुःख
हैलट अस्पताल में पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चकेरी में हुई दुर्घटना में पांच लोगों की मौत पर भी दु:ख जताया. उन्होंने कहा कि घायलों का इलाज तत्परता से किया जा रहा है. सरकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समय-समय पर कार्यक्रम चलाएगी. उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा सरकार की प्राथमकिता में है. चिंता का विषय है कि सड़क दुर्घटनाओं में कई जानें जाती हैं. इसे देखते हुए परिवहन विभाग जागरूकता लाने का कार्य करे. उन्होंने सड़क सुरक्षा को लेकर स्कूल कॉलेज से लेकर महत्वपूर्ण संस्थानों और विभागों को जोड़कर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए.
रिपोर्ट : आयुष तिवारी