Gorakhpur News: गोरखपुर में गीडा के स्थापना दिवस समारोह में शामिल होकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2023 में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के मद्देनजर पूर्वी उत्तर प्रदेश में माहौल बना दिया है. उन्होंने न केवल बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करने वाली करोड़ों रुपए की निवेश व विकास परियोजना की सौगात दी बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए भावी औद्योगिक विकास की रूपरेखा भी तैयार कर दी. इससे उद्यमियों में विकास की डोर और मजबूत हुई है इससे उद्यमियों के साथ साथ आमजन को भी काफी लाभ होगा.
2017 से पहले पूर्वांचल और गोरखपुर में निवेशक यहां इन्वेस्ट करने में काफी घबराते थे. 2017 के बाद उत्तर प्रदेश सहित गोरखपुर में देश-विदेश से उद्यमी और निवेशक उद्योग और व्यापार के लिए इन्वेस्ट कर रहे हैं. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर देश दुनिया के निवेशकों को आकर्षित करने के साथ समानांतर रूप से सरकार का ध्यान प्रदेश के निवेशकों के उत्साहवर्धन पर है . खुद मुख्यमंत्री लगातार गोरखपुर के स्थानीय उद्यमियों से यह आवाहन कर रहे हैं कि वह जीआईएस 2023 में भागीदारी करते हुए और अधिक निवेश को आगे बढ़ाएं.
स्थानीय उद्यमियों के अधिकाधिक निवेश से बाहर के उद्यमियों के बीच पहले से बना सकारात्मक माहौल और असरदार भी होगा. मुख्यमंत्री की अपील की ठोस वजहें भी हैं. 2017 से उनके नेतृत्व में प्रदेश की कानून व्यवस्था मजबूत हुई है और निवेश मित्र पोर्टल की सिंगल विंडो पारदर्शी व्यापार से निवेशकों को पूर्व में हावी रही लालफीता शाही से मुक्ति मिली है. इसी का नतीजा है कि पिछड़ेपन का दंश झेलने वाला गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण अब ना सिर्फ स्थानीय बल्कि देशभर के उद्यमियों के लिए पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में उभरा है.
गोरखपुर के औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय के स्थापना दिवस समारोह में 504 करोड रुपए की 133 निवेश परियोजनाओं को गति मिली. तो 1200 करोड़ रुपए की भावी निवेश भी परियोजनाओं के लिए 2.42 लाख वर्ग मीटर से अधिक भूमि का आवंटन पत्र भी वितरित किया गया. परियोजना में वैश्विक स्तर की प्रतिष्ठित कंपनी पेप्सीको की फ्रेंचाइजी ने सर स्वर्ण वेब रेंजर्स की तरफ से 1071 करोड रुपए तथा सेंट्रल वेयरहाउसिंग की तरफ से 40 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावित है.
वहीं गीडा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहुउद्देशीय प्लास्टिक पार्क और रेडीमेड गवर्नमेंट की फ्लैट्ड फैक्ट्री का शिलान्यास कर करीब 172 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना का मार्ग भी प्रशस्त कर दिया है .करीब 70 करोड रुपए की लागत से बन रहे प्लास्टिक पार्क में 92 तथा करीब 34 करोड़ों रुपए की लागत वाली फ्लैटेड फैक्ट्री कांप्लेक्स में 80 यूनिट लग सकेगी. इससे निवेश और इसके जरिए बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन को लेकर मुख्यमंत्री ने अफसरों को हिदायत भी दी है. जिले स्तर पर प्रतिमाह और मंडल स्तर पर हर तीन माह में बैठक कर उद्यमियों की समस्याओं का समाधान होना चाहिए साथ ही उद्यमियों से अपने लगाव को दर्शाते हुए उनको किसी भी समस्या को लेकर शासन में पत्र लिखने या फोन करने में संकोच न करने को कहा.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप, गोरखपुर