लॉकडाउन : योगी सरकार का बड़ा फैसला, UP में 30 जून तक लोगों के इकट्ठा होने पर लगी रोक
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए योगी सरकार ने आज बड़ा फैसला लिया है. योगी सरकार ने प्रदेश में 30 जून तक किसी भी सार्वजनिक सभा और लोगों की भीड़ इकट्ठा होने पर लोग लगा दी है.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए योगी सरकार ने आज बड़ा फैसला लिया है. न्यूज एंजेसी ANI के अनुसार योगी सरकार ने प्रदेश में 30 जून तक किसी भी सार्वजनिक सभा और लोगों की भीड़ इकट्ठा होने पर लोग लगा दी है. मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बताया गया कि इस संबंध में सभी जिला अधिकारी को निर्देश दे दिया गया है. आगे की कार्यवाही स्थिति देखकर की जायेगी.
Chief Minister has directed officers that no public gathering be allowed till 30th June. Further decision will be taken depending on the situation: Office of CM Yogi Adityanath #COVID19 pic.twitter.com/1zF4tw9dLE
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 25, 2020
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 1621 हो गयी है. वहीं कोरोने से सबसे अधिक प्रभावित आगरा, कानपुर, लखनऊ, फिरोजाबाद, मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद ये सात जिले हैं. बीते चार दिनों में भी इन्हीं जिलों में सबसे अधिक मरीज सामने आए हैं. इन जिलों में कुल 988 मामले सामने आये है. प्रदेश के 57 जिलों में कोरोना से दस्तक दे दी है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में देवबंद से लौटे छात्र के परिवार के 19 सदस्य कोरोना वायरस पॉजिटिव पाये गये हैं. छात्र के परिवार के सभी 29 सदस्यों के नमूने गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजे गये थे. शुक्रवार को देर रात आयी जांच रिपोर्ट में 19 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के सात नये मामले सामने आये हैं.
वही देश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 775 पहुंच गयी है. बीते 24 घंटे में अब तक का रिकॉर्ड 53 मारे जा चुके हैं. वहीं कोरोनावायरस संक्रमितों की बात करें तो, अब इनकी तादाद पहुंचकर 24506 हो गया है. बता दें कि भारत में लॉकडाउन के एक महीने बाद कोरोनावायरस की रफ्तार धीमी पड़ गयी है. लॉकडाउन से पहले भारत में 21.6 प्रतिशत की रफ्तार से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही थी, जो अब 8 प्रतिशत पर आ गयी है.