Lucknow: सीएम योगी आदित्यनाथ ने माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता बरती जाए. ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए. शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आया जाए. एक भी निर्दोष को छेड़ें नहीं और कोई दोषी छोड़े नहीं की नीति अपनायी जाए. मुख्यमंत्री शनिवार देर शाम अपने सरकारी आवास पर प्रदेश के सभी मंडलों, जिलों, मंडलायुक्तों, डीएम, एसएसपी, एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे.
सीएम योगी ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए. हर दिन शाम को पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे. पीआरवी व 112 एक्टिव रहे. उन्होंने कहा कि विगत दिनों प्रदेश के विभिन्न जिलों प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, अंबेडकरनगर में असामाजिक तत्वों ने सामाजिक शांति-सौहार्द के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया था.
03 जून को कानपुर में भी ऐसी ही कोशिश की गई थी. तब भी सतर्कता के निर्देश दिए गए थे, जिससे प्रदेश के ज्यादातर जिलों में शांति बनी रही. यह शांति व्यवस्था स्थायी रहे. उन्होंने कहा कहा कि वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन हमें हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा. पुलिस और प्रशासन 24 घंटे सातों दिन अलर्ट मोड में रहे.
सीएम ने कहा कि यह दुःखद है कि साजिशकर्ताओं ने अपने कुत्सित उद्देश्यों के लिए किशोरवय युवाओं को सहारा बनाया. ऐसे में मुख्य साजिशकर्ताओं की पहचान जरूरी है. यह समझना होगा कि असामाजिक तत्व ऐसे प्रयास आने वाले दिनों में फिर से कर सकते हैं. इन लोगों का उद्देश्य प्रदेश के शांति-सौहार्द को बिगाड़ना है. हमें एक टीम के रूप में काम करते हुए ऐसी कोशिशों को नाकाम करना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मगुरुओं तथा समाज के प्रतिष्ठित लोगों से सतत् संवाद-सम्पर्क बनाए रखें. इसके साथ-साथ उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई भी जारी रखी जाए. कार्रवाई ऐसी हो, जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक नजीर बने. माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके. प्रदेश में संवाद और सेक्टर स्कीम लागू कर कानून-व्यवस्था कायम रखी जाए.
कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए फील्ड के अधिकारियों के पास सभी तरह के निर्णय लेने का अधिकार है. स्थानीय स्थिति-परिस्थिति को देखते हुए अपने यथोचित निर्णय लें. जिन भी जिलों में आने वाले दिनों में माहौल बिगड़ने की आशंका हो, वहां आवश्यकतानुसार धारा-144 लागू की जाए. सार्वजनिक, आमजन की संपत्ति को हुई क्षति की वसूली प्रत्येक दशा में संबंधित दोषी व्यक्ति से ही कराई जाए.
प्रयागराज में वसूली की नोटिस भेजे जाने की कार्रवाई शुरू हो गई है. अन्य जिले भी तत्परता के साथ कार्रवाई करें. इसके लिऐ ट्रिब्यूनल गठित है. इनके माध्यम से नियम संगत कठोरतम कार्रवाई की जाए. अवैध कमाई समाजविरोधी कार्यों में ही खर्च होती है. ऐसे में साजिशकर्ताओं,अभियुक्तों के बैंक खातों, संपत्ति आदि का पूरा विवरण इकठ्ठा किया जाए. इनके वित्तीय स्रोत की गहनता से पड़ताल की जाए. डेडिकेटेड टीम बनाकर जांच करें. ऐसे प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें.