IATO: सीएम योगी बोले- आज यूपी डोमेस्टिक टूरिज्म में देश में नंबर-1, पर्यटन विकास को सरकार कटिबद्ध
सीएम योगी ने कहा कि धार्मिक पर्यटन के लिहाज से दुनिया की सबसे प्राचीनतम नगरी काशी हमारे उत्तर प्रदेश में है, जहां कोई भी पर्यटक हर हर महादेव का नारा लगाए बगैर नहीं रह सकता. काशी में एक वर्ष पहले जहां एक करोड़ सालाना पर्यटक आते थे, वहीं इस वर्ष सिर्फ सावन माह में एक करोड़ पर्यटक प्रदेश में आए हैं.
Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में हर प्रकार के पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं हैं. पिछले पांच सालों के प्रयासों का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश डोमेस्टिक टूरिज्म यानी घरेलू पर्यटन के मामले में देश में नंबर-1 है. प्रदेश में पर्यटन विकास के प्रति डबल इंजन की भाजपा सरकार कटिबद्ध है.
यूपी की सुरक्षा और कानून व्यवस्था देश के सामने उदाहरणमुख्यमंत्री ने रविवार को राजधानी लखनऊ में ‘टूरिज्म कॉन्क्लेव-2022’ के अंतर्गत इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) के 37वें वार्षिक सम्मेलन के समापन समारोह में ये बात कही. उन्होंने कहा कि टूरिज्म सेक्टर के विकास के लिए उत्कृष्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही सबसे अधिक आवश्यकता सुरक्षा और कनेक्टिविटी की होती है. ऐसे में उत्तर प्रदेश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था देश के सामने एक उदाहरण है.
सीएम योगी ने कहा कि धार्मिक पर्यटन के लिहाज से दुनिया की सबसे प्राचीनतम नगरी काशी हमारे उत्तर प्रदेश में है, जहां कोई भी पर्यटक हर हर महादेव का नारा लगाए बगैर नहीं रह सकता. काशी में एक वर्ष पहले जहां एक करोड़ सालाना पर्यटक आते थे, वहीं इस वर्ष सिर्फ सावन माह में एक करोड़ पर्यटक प्रदेश में आए हैं. उन्होंने कहा कि इसके अलावा अयोध्या भी इसी प्रदेश में है जहां हर भारतीय की पहुंचने और दर्शन करने की अभिलाषा रहती है. अयोध्या पहुंचकर कोई भी व्यक्ति जय श्रीराम बोले बगैर नहीं रह सकता.
Also Read: तवांग झड़प: राहुल गांधी के बयान को CM योगी ने बताया शर्मनाक-राष्ट्रविरोधी, कहा- देश और सेना से मांगे माफी पर्यटन क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करना है उद्देश्यइंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स का 37वें वार्षिक सम्मेलन राजधानी लखनऊ में शुक्रवार से शुरू हुआ था. इसमें 1200 से अधिक सदस्य शामि हुए हैं. आईएटीओ टूरिजम इंडस्ट्री का एक अंग है. इसमें टूर ऑपरेटर, ट्रैवल एजेंट, होटल, एयरलाइंस, पर्यटन विभाग, विकास निगम, शैक्षणिक संस्थान और परिवहन ऑपरेटर शामिल हुए हैं. इस आयोजन का उद्देश्य पर्यटन क्षेत्र के समुदाय को उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए आकर्षित करना है. राज्य सरकार ने इस क्षेत्र में व्यापार विकास को प्रोत्साहित किया है.