UP Election 2022: सीएम योगी का तंज, बोले- वे अवैध तमंचों की फैक्ट्री लगवाते थे, हम डिफेंस कॉरिडोर लाए
सीएम योगी आदित्यनाथ एक ट्वीट कर इससे पहले लिखा था, ‘प्रदेश की पहचान अब 'दिव्य कुंभ' और 'भव्य दीपोत्सव' से है, वही रहेगी...प्रदेश की पहचान 'सैफई महोत्सव' से बनाने की लालसा रखने वाले अब इतिहास हैं, इतिहास ही रहेंगे...’
Lucknow News: उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में अब तल्ख बयानबाजी पूरे शबाब पर आ गया है. प्रदेश में भाजपा के स्टार प्रचारकों में शुमार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को प्रचार अभियान में व्यस्त चल रहे हैं. इसी बीच वे अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से हर दिन विपक्षी दलों पर हमलावर अंदाज में पेश आ रहे हैं.
इसी क्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से संदेश दिया, ‘आप सब साक्षी हैं…वे अंधेरा लाए थे, हम उजाला लाए. वे गुंडाराज लाए थे, हम कानून का राज लाए. वे अवैध तमंचों की फैक्ट्री लगवाते थे, हम डिफेंस कॉरिडोर लाए. वे हज हाउस लाए थे, हम रामलला का मंदिर लाए हैं.’ वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ एक ट्वीट कर इससे पहले लिखा था, ‘प्रदेश की पहचान अब ‘दिव्य कुंभ’ और ‘भव्य दीपोत्सव’ से है, वही रहेगी…प्रदेश की पहचान ‘सैफई महोत्सव’ से बनाने की लालसा रखने वाले अब इतिहास हैं, इतिहास ही रहेंगे…’
आप सब साक्षी हैं…
वे अंधेरा लाए थे, हम उजाला लाए।
वे गुंडाराज लाए थे, हम कानून का राज लाए।
वे अवैध तमंचों की फैक्ट्री लगवाते थे, हम डिफेंस कॉरिडोर लाए।
वो हज हाउस लाए थे, हम रामलला का मंदिर लाए हैं।— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 27, 2022
सीएम योगी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इन दिनों प्रचार कार्य को लेकर काफी सक्रीय हैं. उन्होंने एक बार लिखा था, ‘जिन्हें पाकिस्तान दुश्मन नहीं लगता, जिन्ना दोस्त लगता है. उनकी शिक्षा-दीक्षा और दृष्टि पर क्या ही कहा जाए. वे स्वयं को समाजवादी कहते हैं, लेकिन सत्य यही है कि इनके नस-नस में ‘तमंचावाद’ दौड़ रहा है.’
यही नहीं भाजपा की ओर से की जारी इस जुमलेबाजी वाली बमबारी के जवाब में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती और कांग्रेस की यूपी चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा भी काफी सक्रीय हैं. वे भी प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला कर रहे हैं. फिलहाल, इन विपक्षी दलों की ओर से प्रदेश सरकार की योजनाओं एवं अपराध में बढ़ावे को लेकर हमलावर बने हुए हैं. कुल मिलाकर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर यूपी विधानसभा चुनाव काफी तल्ख अंदाज में लड़ा जा रहा है.