Agneepath Scheme Protest In Agra: अग्निपथ योजना के विरोध को लेकर देशभर में युवाओं ने तमाम विरोध-प्रदर्शन शुरू किये थे. आगरा में भी युवाओं ने कई जगह पर प्रदर्शन किए थे. इसको लेकर आगरा जोन पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. पुलिस को इंटेलिजेंस से जानकारी मिली थी कि कुछ कोचिंग संचालकों ने युवाओं को प्रदर्शन के लिए भड़काया था. ऐसे में पुलिस ने आगरा के 160 कोचिंग संचालकों को नोटिस भेजा है.
सेना में भर्ती प्रक्रिया को लेकर बनाई गई अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद से ही पूरे देश में जगह-जगह युवाओं द्वारा हिंसा की गई थी. ऐसे में आगरा में भी कई जगह युवाओं ने जमकर बवाल काटा. मलपुरा थाना क्षेत्र में हाईवे पर युवाओं ने थाना प्रभारी की गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी और हाईवे पर अराजकता फैलाई. ऐसे में पुलिस ने अब आरोपियों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. पुलिस के अनुसार युवाओं को भड़काने में सोशल मीडिया का सबसे बड़ा हाथ है. पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके मोबाइल की जब जांच की गई तो उसमें कई ऐसे भड़काऊ मैसेज मिले हैं जो इस बवाल के पीछे का कारण दिखाई दे रहे हैं. इसके चलते आगरा जोन पुलिस ने करीब 160 कोचिंग संचालकों को नोटिस थमाया है.
पुलिस ने बताया कि शहर में बिना रजिस्ट्रेशन के कई कोचिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं. इन सभी पर अब शिकंजा कसा जाएगा. जिले में जो युवा अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे थे, उनके मोबाइल पर बवाल को लेकर राजस्थान से कई मैसेज आए हैं. उसके बाद युवाओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को भारत बंद का मैसेज वायरल किया था. इस कारण आगरा के सभी हाईवे, एक्सप्रेस, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर पुलिस और पीएसी की तैनाती कर दी गई थी. पुलिस को मोबाइल की जांच पड़ताल में जानकारी मिली कि कुछ कोचिंग संचालक भी इस उपद्रव में शामिल हैं. इसलिए पुलिस ने अब कोचिंग संचालकों पर कड़ा रुख अपना लिया है.
एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि आगरा जोन में करीब 248 पंजीकृत कोचिंग सेंटर हैं. इनमें से 160 कोचिंग सेंटर के संचालकों को नोटिस भेजा गया है. सभी कोचिंग संचालकों को नोटिस का जल्द से जल्द जवाब देना है. कोचिंग संचालकों को पुलिस की तरफ से भेजे गए नोटिस से खलबली मच गई है. जो कोचिंग सेंटर जिले में बिना पंजीकरण के चल रहे हैं, उन संचालकों पर उत्तर प्रदेश कोचिंग विनियम एक्ट एक लाख रुपये का जुर्माना भी वसूल सकता है.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत