UP Election 2022: कांग्रेस के 7 में से 4 MLA छोड़ चुके हैं पार्टी, पहली सूची में 50 महिलाएं, मुश्किल डगर?
प्रदेश की राजनीति में ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ कैम्पेन की शुरुआत करके कांग्रेस की यूपी चुनाव प्रभारी प्रियंका ने नया मोड़ दे दिया था. उन्होंने अपनी सूची में भी कई ऐसे लोगों को मौका दिया है, जो राजनेता तो नहीं हैं बल्कि राजनीति से उनका जीवन जरूर नकारात्मक रूप से प्रभावित हुआ है.
Lucknow News: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को पार्टी की पहली उम्मीदवारों की सूची जारी की. इस बीच उन्होंने दावा किया कि जो कहा गया वही किया गया, ‘प्रदेश में 40 प्रतिशत सीटों पर महिला प्रत्याशियों को वरीयता दी जा रही है.’ कांग्रेस की पहली सूची में 125 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई है. इनमें से 50 नाम महिलाओं के हैं.
प्रदेश की राजनीति में ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ कैम्पेन की शुरुआत करके कांग्रेस की यूपी चुनाव प्रभारी प्रियंका ने नया मोड़ दे दिया था. उन्होंने अपनी सूची में भी कई ऐसे लोगों को मौका दिया है, जो राजनेता तो नहीं हैं बल्कि राजनीति से उनका जीवन जरूर नकारात्मक रूप से प्रभावित हुआ है. ऐसे में यूपी विधानसभा के महाशंखनाद में प्रियंका की यह सूची काफी अहम है.
इस बाबत पूछने पर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह कहते हैं कि पार्टी ने अपना वादा निभाया है. पहली सूची में महिला प्रत्याशियों को वरीयता दी गई है. हम पूरी कोशिश कर रहे हैं. पार्टी का मानना है कि वह 2022 में यूपी में सरकार बनाएगी. उन्होंने पार्टी छोड़कर जाने वाले विधायकों के बारे में कहा कि जो संघर्ष करते हैं उन्हें ही इतिहास में याद रखा जाएगा. हम संघर्ष कर रहे हैं. कांग्रेस की अगली सूची के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी ने जो वादा किया है, उसी की तर्ज पर महिला उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में महिलाओं को टिकट देने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आ रही है. इस विषय पर सभी एकमत हैं. पार्टी में कोई दिक्कत नहीं है.
सात में से चार विधायक छोड़ चुके हैं पार्टीसाल 2017 में सात सीटों पर कांग्रेस ने चुनाव जीता था. उन विधायकों में से केवल अब प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आराधना मिश्र मोना और कानपुर देहात के विधायक सुहेल अख्तर ही पार्टी के पाले में बचे हैं. ब्राह्मण चेहरे के तौर पर यूपी के प्रमुख चेहरे जितिन प्रसाद तो पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं. वे शाहजहांपुर से चुने गए थे. उन्नाव की अन्नू टण्डन, बदायूं से वरिष्ठ नेता सलीम शेरवानी और पश्चिमी यूपी के जाट वोटर्स की के लीडर एवं पूर्व सांसद विजेंद्र सिंह ने बीते वर्ष पंजे का साथ छोड़ दिया है. कई दशकों से कांग्रेस से जुड़े राजेश पति त्रिपाठी व उनके पुत्र ललितेश पति त्रिपाठी भी कांग्रेस छोड़ चुके हैं. वे तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. इस सूची में हमीरपुर के राठ से पूर्व विधायक गयादीन अनुरागी, महोबा के मनोज तिवारी और जालौन-उरई से पूर्व विधायक रहे विनोद चतुर्वेदी सपा में शामिल हो चुके हैं. वहीं, पुष्पेंद्र सिंह बसपा से जुड़ गए हैं.