कांग्रेस पार्टी बड़ी रणनीति के तहत प्रियंका गांधी का कैलेंडर यूपी के गांव – गांव में बांटने की योजना में है. इस योजना में उन जगहों को भी शामिल किया गया है जिसे भाजपा का गढ़ माना जाता है. नये साल में कांग्रेस हर गांव हर शहर तक इस कैलेंडर को पहुंचाने की कोशिश करेगी.
कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने में व्यस्त है. प्रदेश के न्याय पंचायत के अध्यक्ष और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के गठन का काम भी तेजी से चल रहा है. कांग्रेस के पदाधिकारी भी 3 जनवरी से अपने प्रभार वाले जिलों में प्रवास कर रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने 10 लाख कैलेंडर यूपी में भेजा है जिसे कार्यकर्ताओं को सभी लोगों तक पहुंचाना है. गांव और शहर में कमेटी इसे हर गांव हर शहर तक पहुंचाने की कोशिश करेगी. इन कैलेंडर का बंटवारा आबादी और लोगों की संख्या के आधार पर बांट दिया जायेगा इसके बाद इसे नीचले स्तर के कार्यकर्ताओं तक पहुंचाने की कोशिश होगी.
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यह कैलेंडर कई मायनों में खास है. इस कैलेंडर में पार्टी की राष्ट्रीव महासचिव प्रियंका गांधी के जनसंपर्कों की तस्वीरें हैं. 12 महीनों के 12 पेज का कैलेंडर है जिसमें हर पेज बेहद खास है. इस कैलेंडर के पहले पेज में सोनभद्र के उभ्भा जनसंहार के बाद अपनी संवेदना व्यक्त करने सोनभद्र पहुंची प्रियंका गांधी की तस्वीर आदिवासी महिलाओं के साथ छपी है.
कैलेंडर में हाथरस में पीड़िता के मां से गले लगते महासचिव प्रियंका गांधी की तस्वीर छपी है. हाथरस जाते हुए रास्ते में पुलिसिया लाठीचार्ज से कार्यकर्ताओं को बचाते हुए भी महासचिव की तस्वीर इस कैलेंडर में है.
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CAA-NRC के विरोध में प्रियंका गांधी के प्रदर्शन की तस्वीर भी इस कैलेंडर में शामिल है जिसमें प्रियंका की एक तस्वीर आज़मगढ़ जिले की भी है. जिसमें वे पीड़ित परिवार की एक बच्ची के आंसू पोछ रही हैं. इस कैलेंडर में कई राज्यों की तस्वीरें जहां प्रियंका गांधी ने दौरा किया है. उनके अबतक के राजनीतिक सफर की भी कहानी है.