UP Vidhansabha Chunav 2022: दलित वोट पर कांग्रेस की नजर, हर घर का दरवाजा खटखटाने की तैयारी

UP Vidhansabha Chunav 2022 : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) को देखते हुए सभी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. सूबे की सत्ता को पाने के लिए पार्टियां जातिगत समीकरणों को भी साधने की पूरी कोशिश कर रही हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2021 8:18 AM
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  • मिशन 2022 की तैयारी में जुटी कांग्रेस

  • आज से शुरू करेगी दो दिवसीय दलित स्वाभिमान यात्रा

  • दलित वोट बैंक पर है नजर

UP Vidhansabha Chunav 2022 : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) को देखते हुए सभी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. सूबे की सत्ता को पाने के लिए पार्टियां जातिगत समीकरणों को भी साधने की पूरी कोशिश कर रही हैं. इस समय जहां प्रदेश में सभी दलों की नजर ब्राह्मण वोट बैंक पर है तो वहीं कांग्रेस (UP Congress) दलितों को भी साधने की कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस यूपी में दलित स्वाभिमान यात्रा (Dalit Swabhiman Yatra) निकालेगी. यह यात्रा 3 अगस्त यानी आज से शुरू होगी.

पूरे प्रदेश में होगी स्वाभिमान यात्रा

यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (UP Congress President Ajay Kumar Lallu) का कहना है कि दलित स्वाभिमान यात्रा को पार्टी पूरे प्रदेश में आयोजित करेगी. इस दौरान हम दलित भाइयों से घर-घर जाकर मिलेंगे और उनको कांग्रेस पार्टी के पिछले समय में किए गए कार्यों के बारे में बताएंगे. साथ ही उनको हक और अधिकार के लिए भी जागरूक किया जाएगा. ताकि वे अपने हक और अधिकार को जान सकें.

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उनका कहना है कि हम योगी सरकार के पिछले साढ़े साल के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस की तरफ से किए गए कार्यों को भी दलित भाइयों को बताएंगे. साथ ही यह भी बताएंगे हमने किन गंभीर मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए हैं.

दलित उत्पीड़न का मुद्दा उठाएगी कांग्रेस

बता दें, दलित स्वाभिमान यात्रा के दौरान कांग्रेस दलित उत्पीड़न का मुद्दा भी उठाएगी. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान कांग्रेस प्रदेश सरकार को 10 दिनों में दलित उत्पीड़न रोकने के लिए ठोस कदम उठाने को लेकर अल्टीमेटम भी देगी. यदि दिए गए समय में सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो कांग्रेस प्रदेश में बड़े स्तर पर दलितों के लिए आंदोलन करेगी.

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प्रियंका को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह

दरअसल, कांग्रेस यूपी में अपनी खोई हुई सियासी जमीन को तलाशने की कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को यूपी का प्रभारी बनाया गया. प्रियंका के यूपी कांग्रेस प्रभारी बनने के बाद से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी काफी उत्साह नजर आ रहा है. पार्टी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का भी मानना है कि अगर पार्टी प्रियंका गांधी के चेहरे को आगे कर विधानसभा चुनाव लड़े तो पार्टी को ब्राह्मणों के साथ-साथ पिछड़ों, दलितों और मुस्लिमों का अच्छा वोट मिलेगा.

2022 में कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा होंगी प्रियंका

प्रियंका गांधी यूपी में कांग्रेस को ऑक्सीजन देने के महा अभियान में लगी हुई हैं. माना जा रहा है कि वह यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा होंगी. बता दें, उत्तर प्रदेश में अब तक केवल 6 ब्राह्मण नेता ही मुख्यमंत्री बन पाए है. इनमें गोविंद वल्लभ पंत, सुचेता कृपलानी, कमलापति त्रिपाठी, हेमवती नंदन बहुगुणा, श्रीपति मिश्र और नारायण दत्त तिवारी शामिल है. ये सभी कांग्रेस से थे.

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Posted by : Achyut Kumar

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