प्रियंका गांधी की समीक्षा में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर टूटा चुनाव में हार का ठीकरा, अजय लल्लू का इस्तीफा
कांग्रेस को यूपी में भी करारी शिकस्त के साथ मात्र 2 सीट पर जीत हासिल हुई है. इस क्रम में समीक्षा बैठक करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं यूपी चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने चार राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को बदलने का निर्णय किया है.
UP Chunav Result: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के 10 मार्च को आए परिणाम में कांग्रेस पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. पांच राज्यों में हुए विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस एक भी राज्य जीत नहीं सकी. वहीं, कांग्रेस को यूपी में भी करारी शिकस्त के साथ मात्र 2 सीट पर जीत हासिल हुई है. इस क्रम में समीक्षा बैठक करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं यूपी चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने चार राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को बदलने का निर्णय किया है.
387 प्रत्याशी नहीं बचा सके जमानत
बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. केवल दो विधायक जीत कर पहुंचे हैं. वहीं चार प्रत्याशी नंबर दो पर पहुंच पाए हैं. 387 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी जमानत जब्त हो गई जबकि इस चुनाव में प्रियंका गांधी ने लड़की हूं, लड़ सकती हूं अभियान के तहत नया प्रयोग किया था और 40 फीसदी टिकट महिलाओं को दिए थे. मंगलवार को दिल्ली में प्रियंका गांधी सभी राष्ट्रीय सचिवों, प्रदेश अध्यक्ष और उपाध्यक्षों के साथ बैठक की गई. साथ ही, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का भी फैसला किया गया. हालांकि, यूपी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के इस्तीफे पर कोई भी आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है. मगर पार्टी के शीर्ष सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि कांग्रेस महासचिव ने चार राज्यों के पार्टी संगठन में फेरबदल करने का फैसला किया है.
आज शाम दिल्ली में श्रीमती @priyankagandhi जी के नेतृत्व में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ समीक्षा बैठक हुई।
अनेक पहलुओं और उसमें सुधार को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। हर स्तर पर खामियों को दूर करेंगे, उत्तर प्रदेश के बुनियादी सवालों पर संघर्ष करेंगे। pic.twitter.com/nRPyULzi8s
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) March 15, 2022
उम्मीदवारों ने गिनाए थे कारण
इससे पहले यूपी में प्रत्याशियों व पदाधिकारियों के साथ राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम, प्रदीप नरवाल, राजेश तिवारी, बाजीराव खाड़े व सत्यनारायण पटेल और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बैठक की थी. इस बैठक में उन्होंने पार्टी को मिली हार के कारण पूछे थे. कई प्रत्याशियों ने संगठन का साथ न देने और स्थानीय नेताओं द्वारा मदद न करने की शिकायत की थी. वहीं, ज्यादातर ने चुनाव दो पार्टियों के बीच सीधा होने को कांग्रेस प्रत्याशियों की हार का कारण बताया. प्रत्याशियों से यह भी पूछा गया था कि किन लोगों ने उनकी मदद की, कितनों ने अच्छा काम किया. दिल्ली में हुई बैठक में इस रिपोर्ट को भी पेश किया गया था.