बरेली में कांग्रेसियों ने कंप्यूटर क्रांति के जनक पूर्व पीएम राजीव गांधी को याद कर दी श्रद्धांजलि
महिलाओं को आरक्षण, युवाओं को 18 वर्ष की आयु में वोट देने का अधिकार, पंचायती राज के रास्ते गांधी जी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को पूरा करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी को याद कर चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी.
Bareilly News: शनिवार को जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से संचार क्रांति के जनक पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती को ‘सद्भावना’ दिवस के रूप में मनाया गया. शहर के नावेल्टी चौराहा स्थित उपजा प्रेस क्लब में विचार गोष्ठी आयोजित की गई. इसमें महिलाओं को आरक्षण, युवाओं को 18 वर्ष की आयु में वोट देने का अधिकार, पंचायती राज के रास्ते गांधी जी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को पूरा करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी को याद कर चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी.
पूरी दुनिया के देशों ने सराहा
शहर के नावल्टी चौराहा स्थित उपजा प्रेस क्लब में विचार गोष्ठी आयोजित की गई. निवर्तमान पूर्व जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी ने “सारा लहू बदन का जमीं को पिला दिया, हम पर वतन का कर्ज था हमने चुका दिया” कलाम पढ़ा. इसके बाद जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को जाता है. उनकी सोच थी कि भारत का विकास तभी संभव हैजब ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्यधारा में लाया जाए. संचार क्रांति को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाया. उनकी आधुनिक सोच को पूरी दुनिया के देशों ने सराहा.
संचार क्रांति को दी दिशा
युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएं थे. कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. केबी त्रिपाठी ने कहा कि संचार क्रांति के साथ-साथ लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराने का कार्य पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल में किया. प्रोफेसर अलाउद्दीन खान ने कहा कि पूर्व पीएम ने शांति, सद्भाव आपसी भाईचारा बढ़ाकर राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया. भारत को सशक्त किया. प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की प्रदेश अध्यक्ष स्वप्निल शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया. उनके लिए अनेकों योजनाएं चलाई. जियाउर्रहमान ब्रह्म नन्द शर्मा ,पाकीजा खान,डा दत्त राम गंगवार आदि ने विचार किए.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद