UP News: 30 अक्टूबर से शुरू होगा लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण, मिनटों में बदल जाएगी घंटों की दूरी
Lucknow-Kanpur Expressway: छह लेन के लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 30 अक्टूबर से शुरू करने की तैयारी है. इस कार्य को ढाई साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. निर्माण कार्य पूरा होने के बाद कानपुर से लखनऊ तक का सफर सिर्फ 40 से 45 में पूरा हो सकेगा.
Kanpur News: लखनऊ से कानपुर (Lucknow-Kanpur Expressway) के बीच बनने वाले एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 30 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है. निर्माण कार्य शुरू होने से पहले कंस्ट्रक्शन कंपनियों की मशीनें और स्टाफ पहुंच गया है. उन्नाव से लखनऊ की ओर ग्रीन फिल्ड पर एक्सप्रेस वे का कार्य शुरू होगा. ढाई साल में करीब 63 किमी. लंबे एक्सप्रेसवे को बनाने का लक्ष्य है. इस एक्सप्रेसवे के बनने से कानपुर से लखनऊ तक का सफर सिर्फ 40 से 45 में पूरा हो जाएगा. साथ ही यह एक्सप्रेसवे छह लेन का होगा.
18 किमी का एलीवेटेड और 45 किमी का होगा ग्रीन फील्ड
एनएचएआई (NHAI) के परियोजना निदेशक सीएम द्विवेदी ने बताया कि, लखनऊ से काम शुरू करने के लिए अभी कुछ औपचारिकताएं अन्य विभागों से चल रही हैं. यहां बिजली के खंभों की लाइन शिफ्टिंग, ट्रैफिक डायवर्जन जैसी प्रकियाओं के लिए कागजी कार्रवाई की जा रही है. सैनिक स्कूल से एलीवेटेड रूट बनेगा जो बनी के पास तक बनाया जाएगा. यह रूट करीब 18 किमी लंबा होगा. इसके बाद ग्रीन फील्ड करीब 45 किमी का होगा. इस ग्रीन फील्ड से पुरवा, अचलगंज, लालगंज को जाने वाले मार्ग को भी कनेक्ट किया जाएगा.
2 महीने में दोनों तरफ से शुरू होगा निर्माण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य दो महीने के अन्दर दोनों तरफ से शुरू हो जाएगा. एक साल के अंदर 40 फीसदी से अधिक काम करने का लक्ष्य रखा गया है. 2025 के मध्य तक इस लक्ष्य को पूरा करने का समय निर्धारित किया गया है. एनई-6 को जगह-जगह रैंप के जरिए कनेक्ट किया जाएगा. इसका उद्देश्य होगा कि अधिक से अधिक लोग एक्सप्रेस का लाभ उठा सके.
वर्तमान रूट भी चलता रहेगा
कानपुर से लखनऊ, और लखनऊ से कानपुर जाने के लिए वर्तमान रूट भी पहले की तरह चलता रहेगा. कानपुर व लखनऊ जाने के लिए जनता के पास दो विकल्प होंगे. दो रूट हो जाने से ट्रैफिक का भी डायवर्जन हो जाएगा जिससे जाम की स्थित भी खत्म हो जाएगी और वाहन भी रफ्तार पकड़ सकेंगे.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी, कानपुर