राम मंदिर कैमरे की दुकानदारी, पूजा करने वाले बेवकूफ…गाजीपुर के नायब तहसीलदार के बिगड़े बोल, वीडियो वायरल
Controversial Statement: गाजीपुर के नायब तहसीलदार के बिगड़े बोल काफी सुर्खियों में हैं. इसमें उन्होंने मंदिर जाकर पूजा करने वालों को बेवकूफ करार दिया है. वहीं राम मंदिर को कैमरे की दुकानदारी बताया. नायब तहसीलदार ने अपने बयान की क्लिप कहीं भी भेजने की धमकी भी दी. उधर अफसर इससे बेखबर बने हुए हैं.
Varanasi: प्रदेश के गाजीपुर जनपद में तैनात नायब तहसीलदार का एक विवादित बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इसमें नायब तहसीलदार ने मंदिर में पूजा करने वालों और अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया है. नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर वीडियो कहते दिख रहे हैं कि जो लोग मंदिर जाते हैं वे बेवकूफ हैं. साथ ही अयोध्या में राम मंदिर को दुकानदारी बताया.
सेवराई तहसील क्षेत्र के शक्तिपीठ मां कामाख्या धाम पर मंगलवार को दर्शन-पूजन करने के लिए प्रदेश सचिव के साथ मुख्य विकास अधिकारी, एसडीएम आदि अधिकारी पहुंचे हुए थे. नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर भी मौके पर गए थे. मंदिर से लौटने के बाद हिम्मत बहादुर सेवराई तहसील मुख्यालय पर सार्वजनिक तौर पर देवी-देवताओं और मंदिरों में पूजा करने वाले लोगों के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने लगे. उन्होंने मंदिर में पूजा करने वालों और पूजा-पाठ में आस्था रखने वालों को बेवकूफ करार दिया.
नायब तहसीलदार की इस तरह बयानबाजी पर मीडियाकर्मियों ने उनसे सवाल करना शुरू कर दिया. इस पर उन्होंने अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर को कैमरे की दुकानदारी करार दे दिया. उन्होंने मीडियाकर्मी को चुनौती देते हुए कहा कि वह उनके क्लिप को जहां भेजना चाहते हैं, भेज सकते हैं.
नायब तहसीलदार ने कहा कि वह किसी से डरने वाले नहीं हैं. वहीं अपने अधिकारी को इस तरह विवादित बयान देता देख मौके पर मौजूद लेखपाल उन्हें मौके से हटाकर दूसरी जगह ले गए. इस मामले में उपजिलाधिकारी सेवराई राजेश प्रसाद ने मामले की जानकारी नहीं होने की बात कही. हालांकि, उन्होंने कहा कि आस्था के साथ खिलवाड़ करने का हक किसी को नहीं है.
उपजिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित नायब तहसीलदार की पहले भी अनुशासनहीनता को लेकर कई शिकायतें मिली हैं. सरकारी कार्यों में लापरवाही और आदेशों की अवहेलना को लेकर इनके मामले सामने आने के बाद जिलाधिकारी ने हिम्मत बहादुर तबादले का आदेश दिया था. इसके बाद उन्हें मंगलवार को सेवराई से रिलीव कर दिया गया है. नायब तहसीलदार को गाजीपुर जिला मुख्यालय से सम्बद्ध किया जा रहा है.