जनप्रतिनिधियों ने पार्टी लाइन से हटकर कोरोना वायरस से उपजे संकट से निपटने में मदद के लिए धनराशि देने की पहल की है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट किया, “अपनी सांसद निधि से एक करोड़ की राशि आज़मगढ़ मेडिकल कॉलेज के समस्त चिकित्सकों-स्वास्थ्यकर्मियों के ‘पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विप्मेंट’ और कोरोना-जाँच की ‘टेस्टिंग किट’ हेतु देते हुए मैं समस्त जनता से इस कठिन समय में सहयोग की अपील करता हूं”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि आज हर नागरिक को सब भेदभाव और मतभेद छोड़कर कोरोना संकट के ख़िलाफ़ सामाजिक रूप से अलग व भावात्मक रूप से एकजुट होने की ज़रूरत है. अखिलेश ने लॉक डाउन के बारे में कहा ‘‘ ये 21 दिन भारत के सुखद भविष्य के निर्माण में ऐतिहासिक भूमिका निभाएंगे.
जन-जन से अपील है कि वो इस कार्य में जुटे प्रत्येक व्यक्ति व विभाग के साथ सहयोग करें.” उत्तर प्रदेश के खेलकूद राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी ने विधायक निधि की एक करोड़ रुपये की धनराशि अपने विधानसभा क्षेत्र बलिया जिले के फेफना क्षेत्र के लिए देने का ऐलान किया है. उन्होंने बलिया के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है.
तिवारी ने राज्य मंत्री के रूप में मिलने वाले एक माह के वेतन व अन्य भत्ते को आपदा कोष में जमा करने की घोषणा की है. भाजपा के राज्यसभा के सदस्य नीरज शेखर ने लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान व किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज और बलिया के जिला अस्पताल में कोरोना संकट से निपटने के लिए आवश्यकता के अनुसार अपनी सांसद निधि का सम्पूर्ण धन देने की पेशकश की है.
वहीं बसपा के बलिया जिले के रसड़ा के विधायक उमाशंकर सिंह ने विधायक निधि से 15 लाख रुपये और बिल्थरारोड क्षेत्र के भाजपा विधायक धनन्जय कन्नौजिया ने ग्यारह लाख रुपए देने की घोषणा जिलाधिकारी को पत्र लिखकर दी है. भाजपा के सिकन्दरपुर क्षेत्र के विधायक संजय यादव ने कोरोना संकट से निपटने के लिए विधायक निधि से दस लाख रुपये, अपना एक माह का वेतन और भत्ता देने की घोषणा की है.