लखनऊ. चीन से निकलने के बाद विश्व भर में कहर साबित होने वाले कोरोना वायरस से बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. इसका मुकाबला करने का नुस्खा आपके घरों में ही मौजूद है. बशर्ते इसकी जानकारी होना आपको जरूरी है. डॉ.राममनोहर लोहिया संस्थान, लखनऊ में आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. एसके पांडेय का कहना है कि कोरोना वायरस के बारे में जैसा कि हम जानते हैं यह वायरस गले में संक्रमण करता है और म्यूकस झ्ल्लिी को सुखाने लगता है. इससे मरीज का सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है. सांस लेने में तकलीफ के कारण उसकी मौत हो जाती है.डॉ. एसके पांडेय ने बताया कि इसका संक्रमण रोकने के लिए अब आयुर्वेदिक काढ़ा बनाकर पीने और खांसी, जुकाम होने की स्थिति में भाप लेने से कोरोना वायरस का प्रभाव नगण्य किया जा सकता है. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए गिलोय, पुनर्नवा, भुई, आंवला के काढ़े का सेवन करना चाहिए.
इसके अलावा तुलसी, दालचीनी, इलायची, पिपली, वंशलोचन और गुड़ की चाय बनाकर सुबह-शाम दो बार पीने से कोरोना का मुकाबला किया जा सकता है.डॉक्टर पांडेय ने बताया कि गले में खरास या खांसी, जुकाम महसूस होने पर पानी को गर्म करके उसकी भाप पांच से सात मिनट तक दिन में कम से कम दो बार लेनी चाहिए. इससे पूरा आराम मिलेगा. खांसी, जुकाम दूर करने के अलावा यह गले की सूजन व दर्द को भी कम करेगा. भाप की सिंकाई भी कराना अच्छा विकल्प है.ऐसे बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमतासितोपलादि चूर्ण, तालीसदी चूर्ण, च्यवनप्राश का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। गिलोय, नींबू, घास, तुलसी, दालचीनी, इलायची का भी काढ़ा बना सकते हैं. इसे पीने से हमारे फेफड़ों को ताकत मिलती है व गले का संक्रमण भी दूर होता है. आंवले का मुरब्बा भी लाभदायक है। बुखार होने पर कालमेघ च्वारा अंकुश का प्रयोग करना चाहिए.
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये, कोरोना से बचेकोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए तमाम उपाय और परहेज लोग कर रहे हैं. घर में रहते हुए किस तरह अपनी प्रतिरोधक क्षमता आप बढ़ा सकते हैं. आयुर्वेदाचार्य और महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. देवदत्त भादलीकर ने बताया कि कोरोना या अन्य वायरस से लड़ने के लिए जरूरी है कि हम अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के सभी उपाय रसोई में ही मौजूद हैं.जल ही जीवन हैपूरे दिन घूंट घूंट करके गुनगुना पानी पिएं.
24 घंटे में कम से कम दो लीटर, घूंट-घूंट करके गर्म ग्रीन टी, रसम या गर्म सब्जी का सूप पीएं, सौंठ, काली मिर्च, पिप्पली 5-5 ग्राम और तुलसी की 10 पत्तियां एक लीटर पानी में तब तक उबालें जब तक यह आधा लीटर न रह जाये, फिर गरम-गरम घूंट-घूंट करके पीएं, दिन में कई बार इसे आजमाएं.तुलसी, अश्वगंधा, आंवला, गिलोय, लहसन, मुलेठी, सहजन की पत्ती समान मात्र में लेकर पाउडर बनाकर रख लें, दिन में दो बार पांच पांच ग्राम की मात्र में गर्म पानी से लें, यह भी कारगर है. 8 से 10 लहसुन की मीडियम साइज की कलियां एक लीटर पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा लीटर न रह जाये, इसे घूंट घूंट पी सकते हैं.