लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये योगी सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है. उत्तर प्रदेश में रविवार को कोविड-19 संक्रमण के 107 नए मामले सामने आए है. वहीं कोरोना वायरस ने अब तक तीन लोगों की जान ले चुकी है. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को बताया राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है. शनिवार तक मौतों का आंकड़ा 14 था. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में इस वक्त कोरोना वायरस के 959 मामले पाए गये है.
शनिवार तक कोरोना संक्रमण के कुल 852 मामले ही थे इस प्रकार इनकी संख्या में 107 का इजाफा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोरोना वायरस के 108 मरीज ठीक होकर अपने घर वापस चले गये है. अस्पताल में भर्ती 108 मरीजों के रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न पृथक वार्ड में 1050 लोगों को रखा गया है. इसके अलावा मेडिकल केंद्रों में अब तक 10234 लोग रखे गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया मरीजों के आयु वर्ग की बात करें तो 0 से 20 वर्ष तक के 18% मरीज हैं. इसके अलावा 21 से 40 वर्ष आयु वर्ग तक के 47.3%, 41 से 60 वर्ष आयु वर्ग के 24.7% और 60 साल से अधिक उम्र के 9.4% लोग संक्रमित हैं.
उत्तर प्रदेश में कुल संक्रमित लोगों में पुरुषों का प्रतिशत 78 है और महिलाओं का प्रतिशत 22 है. उन्होंने बताया कि सरकार को केंद्र से रैपिड टेस्टिंग किट मिले थे, जिनका उपयोग शुरू कर दिया गया है. दो दिन पहले नोएडा से इसके इस्तेमाल की शुरुआत की गई है. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि किसी की बीमारी की पुष्टि के लिए इस किट का प्रयोग नहीं किया जाएगा, बल्कि यह जानने के लिए किया जाएगा कि किसी क्षेत्र में कोरोना संक्रमण है या नहीं है. लोगों में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि केवल प्रयोग शालाओं के जरिए ही की जाएगी. इस बीच गृह विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कोविड-19 के मद्देनजर पैदा सूरते हाल में मदद के लिए बनाए गए केयर फंड में अभी तक 204 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि जमा की जा चुकी है.