Lucknow News: उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना के मामलों में राहत के बाद हाल ही में कोविड-19 महामारी एक्ट को खत्म किया गया था, लेकिन एक बार फिर नोएडा, गाजियाबाद और एनसीआर के आसपास के जिलों में तेजी से नए मामले बढ़ रहे हैं. इस बीच अब स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश भर में अलर्ट जारी कर दिया है.
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश भर में अलर्ट जारी कर दिया है. सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को पूरी तैयारी रखने के निर्देश जारी किए हैं. इसके अलावा हर मेडिकल कॉलेज में एक डेडीकेटेड कोविड वार्ड इसके लिए नियत किया गया है, जबकि अन्य सरकारी अस्पतालों में केस बढ़ने पर 10 फीसदी बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं.
प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 170 नए पॉजिटिव मामले रिपोर्ट किए गए हैं. चिंता की बात यह है कि कोरोना ने छह और जिलों में अपनी दस्तक दे दी है. आजमगढ़, बस्ती, देवरिया, मीरजापुर, प्रतापगढ़ और शाहजहांपुर में जहां अभी तक कोरोना का कोई मरीज नहीं था वहां अब एक-एक मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमा सकते में पड़ गया है.
बुधवार शाम को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, यूपी के कुल 57 जिलों में कोरोना संक्रमण फैल चुका है. प्रदेश में 170 नए मरीज मिलने के साथ ही अब पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 856 हो गई है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावधानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने अफसरों से कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं पर निरंतर नजर रखने के लिए कहा है. बीते 24 घंटों की बात की जाए तो सर्वाधिक मामले गौतमबुद्धनगर में पाए गए हैं. यहां 103 नए मरीज हैं. इस बीच 47 लोग इस बीमारी को मात देने में सफल हुए हैं. इसके बाद गाजियाबाद में 33, लखनऊ में 5, मेरठ में 3, प्रयागराज व गोंडा में 4-4, बुलंदशहर व वाराणसी में 2-2 एवं आजमगढ़, बस्ती, देवरिया, मीरजापुर, प्रतापगढ़ और शाहजहांपुर में 1-1 नए मरीज मिले हैं. इसके अलावा शेष जनपदों में कोई मरीज नहीं मिला है.
कोरोना के फिर से बढ़ रहे मामलों को लेकर लोगों में चिंता है कि कहीं यह कोरोना की चौथी लहर के संकेत तो नहीं. ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि चौथी लहर में संक्रमण का स्वरूप नहीं बदलेगा. यह वेरिएंट कम खतरनाक होगा. वहीं हर्ड इम्युनिटी के कारण संक्रमण का असर नहीं दिखेगा. विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि, मास्क, सैनिटाइजर, सभी गाइडलाइंस का पालन करने से ही चौथी लहर का प्रकोप कम देखने को मिलेगा.