अखिलेश यादव का मोदी सरकार पर निशाना, बेबस मजदूरों से रेल किराया लेने को बताया शर्मनाक
विशेष ट्रेन से लखनऊ पहुंचे श्रमिकों से टिकट की कीमत वसूलने को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बेजीपी सरकार पर तंज कसा है.
लखनऊ : केंद्र से हरी झंडी मिलने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों का घर वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है. प्रदेश के आठ सौ से अधिक श्रमिकों को लेकर महाराष्ट्र के नासिक से चली पहली विशेष ट्रेन रविवार को सुबह बजे राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची. विशेष ट्रेन से लखनऊ पहुंचे श्रमिकों से टिकट की कीमत वसूलने को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बेजीपी सरकार पर तंज कसा है.
अब तो भाजपा के आहत समर्थक भी ये सोच रहे हैं कि अगर समाज के सबसे ग़रीब तबके से भी घर भेजने के लिए सरकार को पैसे लेने थे तो PM Cares Fund में जो खरबों रुपया तमाम दबाव व भावनात्मक अपील करके डलवाया गया है उसका क्या होगा? अब तो आरोग्य सेतु एप से भी इस फंड में 100 रु वसूलने की ख़बर है
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 3, 2020
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया कि समाज के सबसे ग़रीब तबके से भी घर भेजने के लिए सरकार को पैसे लेने थे तो PM Cares Fund में जो खरबों रुपया तमाम दबाव व भावनात्मक अपील करके डलवाया गया है, उसका क्या होगा? अब तो आरोग्य सेतु एप से भी इस फंड में 100 रु वसूलने की ख़बर है.
अखिलेश यादव ने रविवार सुबह दो ट्वीट किए. उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा, ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मजदूरों से भाजपा सरकार का रुपया वसूलना बेहद शर्मनाक है. आज साफ हो गया है कि पूंजीपतियों का अरबों माफ करनेवाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के खिलाफ.
गौरतलब है कि आज सुबह प्रदेश के आठ सौ से अधिक श्रमिकों को लेकर महाराष्ट्र के नासिक से चली पहली विशेष ट्रेन बजे राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची. कोरोना वायरस से संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के चलते ये श्रमिक 25 मार्च से नासिक में फंसे हुए थे. देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान किसी दूसरे राज्य से प्रवासियों को लेकर उत्तर प्रदेश आने वाली यह पहली ट्रेन है. वहीं, बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना से मरनेवालों की संख्या 43 पहुंच गयी है, वहीं अब तक राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 2487 पर पहुंच गयी है. 698 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं.