लखनऊ : देश में कोरोना की रफ्तार थमने का नlसाम नहीं ले रहा है. रोजाना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा होता जा रहा है. इस बीच उत्तर प्रदेश के झांसी जेल से कोरोना विस्फोट की बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है झांसी जिला कारागार में बृहस्पतिवार को 120 कैदी कोरोना वायरस संक्रमण से संक्रमित हुये हैं.
अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. जिला प्रशासन द्वारा शाम को जारी रिपोर्ट के मुताबिक जिले में 134 और लोग कोविड-19 से संक्रमित पाये गये हैं, इनमें से 120 जिला कारागार के कैदी हैं. हालांकि उनमें से किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं पाये गये हैं. बहरहाल, जेल में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज पाये जाने के बाद सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं. जिले में अब तक 53 मरीजों की मौत हो चुकी है. रिपोर्ट के अनुसार जिले में इस वक्त कोविड-19 के 881 मामले संक्रिय हैं, जबकि 671 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं.
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से पिछले 24 घंटों के दौरान 35 और लोगों की मृत्यु के साथ ही राज्य में कोविड-19 संक्रमण से मरने वालों की तादाद बढ़कर 1298 हो गयी है. इस अवधि में राज्य में 2529 नये मरीज भी पाये गये हैं.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बृहस्पतिवार को बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमित 35 और लोगों की मौत हो गयी. इसके साथ ही राज्य में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1298 हो गयी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से संक्रमित 2529 नये मरीज मिले हैं.
राज्य में अब तक कोविड-19 के कुल 35803 मरीज पूरी तरह ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. इस प्रकार कुल 21003 मामले अभी उपचाराधीन हैं. प्रसाद ने बताया कि बुधवार को प्रदेश में 54897 नमूनों की जांच की गयी. यह एक दिन में प्रदेश में जांचे गये नमूनों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
हमारी कोशिश है कि टेस्टिंग को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जाए. प्रदेश में अब तक 1654651 नमूनों की जांच की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि अब हर जिले में स्टैटिक बूथ बनाये जाएंगे, ताकि अगर किसी को खुद में कोई लक्षण नजर आये तो वह अपनी इच्छानुसार जाकर जांच करा सकें. अगर वह लक्षणात्मक होंगे तो एंटीजन से, या फिर उनका सैंपल लेकर उनकी जांच आरटीपीसीआर से कराई जाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा संक्रमित लोगों की पहचान कर ली जाए और उनके इलाज की व्यवस्था जल्द से जल्द शुरू हो ताकि वह उपचारित होकर जल्द ही अपने घर लौट सकें.
प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक 55000 से ज्यादा कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जा चुकी हैं. विभिन्न विभागों द्वारा जहां भी लोगों का आवागमन है या फिर निजी प्रतिष्ठानों उद्यमों अथवा उद्योगों में जहां ज्यादा लोग काम करते हैं, उन सभी जगहों पर निरंतर कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की जा रही है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra