Varanasi News: श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की व्यवस्था में भी भ्रष्टाचार व अनियमितता ने पैठ बना ली है. ऐसी ही एक शिकायत मंडलायुक्त के पास पहुंची है. इसमें बाबा दरबार (श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर) के कार्यालय के तीन लिपिकों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें की गई हैं. मंडलायुक्त ने इस मामले में डीएम को जांच अधिकारी नामित किया है. उन्हें स्वयं प्रकरण की जांच का निर्देश दिया है.
जानकारी के मुताबिक, तीनों कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के साथ ही पत्रावलियों में हेरफेर, वित्तीय अनियमितता व अपने कार्य में रुचि नहीं लेने की शिकायतें की गई हैं. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेकर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के लिपिक अरुण कुमार मिश्र, कंप्यूटर सहायक शिवभूषण द्विवेदी व लिपिक संजय चतुर्वेदी के खिलाफ जांच बैठाई है. इस कड़ी में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जनता से भी अपील की है कि वह कैंप कार्यालय में संपर्क कर इस मामले से जुड़े साक्ष्य और जानकारियां 23 सितंबर तक दे सकती है.
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने मीडिया को बताया कि तीनों कर्मचारियों के खिलाफ सार्वजनिक साक्ष्य संकलन करना आवश्यक है. इसलिए सर्व साधारण को सूचित किया जाता है कि तीनों कर्मचारियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों से जुड़े कोई भी साक्ष्य देना चाहते हैं तो बंद लिफाफे में 23 सितंबर तक जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में दे सकते हैं. कंप्यूटर सहायक शिवभूषण द्विवेदी पर श्रीकाशी विश्वनाथ के नाम पर आने वाले मनीआर्डर में गड़बड़ी के आरोप में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने चौक थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसके बाद मंदिर प्रशासन ने आरोपित को निलंबित कर दिया है.