Agra News: जिला जेल में बंद अपने भाइयों के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार मनाने के लिए बहनों को कुछ कड़े नियमों का पालन करना पड़ेगा. जेल में जाने से पहले बहनों को कोरोना का टीका लगवाना पड़ेगा. उसका प्रमाण पत्र लेकर ही प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही, जिला जेल द्वारा लागू किये गए अन्य नियमों का भी पालन करना पड़ेगा. कोरोना काल के चलते करीब 2 साल तक जिला जेल में कैदियों से मिलने आने वाले लोगों पर पाबंदी लगी हुई थी. इस वजह से सैकड़ों बहनें जेल में बंद अपने भाइयों को राखी नहीं बांध पाई थीं.
हर साल की तरह इस साल भी जेल में बंद अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए सैकड़ों की संख्या में बहनें जिला जेल पहुचेंगी. जिसके लिए जिला जेल प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. जिला जेल के अधीक्षक पीडी सलोनिया ने इस संबंध में कई नियम जारी किए हैं. जिनका जेल आने वाली बहनों को पालन करना होगा. जिला जेल के अधीक्षक पीडी सलोनिया के अनुसार 12 अगस्त को जिला जेल में रक्षाबंधन मनाया जाएगा. ऐसे में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं के जिला जेल पर आने का अंदेशा है. इसको देखते हुए कई सारे कड़े इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि जिला जेल में 3300 पुरुष और 160 महिला बंदी हैं. जो बहने अपने भाइयों को जेल में राखी बांधने आएंगी उनके पास कोरोना के टीके की दोनों डोज लगे होने का प्रमाण पत्र और आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट होना आवश्यक है. इन दोनों कागजों के बिना बहनें जेल के अंदर प्रवेश नहीं कर पायेंगी.
उन्होंने बताया कि जो बहनें राखी के साथ मिठाइयां लेकर आती है उसके लिए भी नियम जारी किया गया है. जिसमें महिलाएं जेल में सिर्फ पैक्ड मिठाइयां ही ले जा सकेंगी. जिसमें पैक्ड सोन पपड़ी, गोला और रोली ले जाने की अनुमति होगी. कोई भी खुली मिठाई जेल में नहीं ले जाने दी जाएगी. कोरोना काल के चलते करीब 2 साल तक जिला जेल में कैदियों से मिलने आने वाले लोगों पर पाबंदी लगी हुई थी. जिसकी वजह से सैकड़ों बहनें जेल में बंद अपने भाइयों को राखी नहीं बांध पाई थी. हर साल की तरह इस साल भी जेल में बंद अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए सैकड़ों की संख्या में बहनें जिला जेल पहुंचेंगी. जिसके लिए जिला जेल प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. जिला जेल अधीक्षक पीडी सलोनिया ने इस संबंध में कई नियम जारी किए हैं. जिनका जेल आने वाली बहनों को पालन करना होगा.
जिला जेल के अधीक्षक पीडी सलोनिया के अनुसार 12 अगस्त को जिला जेल में रक्षाबंधन मनाया जाएगा. ऐसे में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं के जिला जेल पर आने का अंदेशा है. इसे देखते हुए कई सारे कड़े इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि जिला जेल में 3300 पुरुष और 160 महिला बंदी हैं. जो बहने अपने भाइयों को जेल में राखी बांधने आएंगी उनके पास कोरोना के टीके की दोनों डोज लगे होने का प्रमाण पत्र और आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट होना आवश्यक है. इन दोनों कागजों के बिना बहनें जेल के अंदर प्रवेश नहीं कर पायेंगी. उन्होंने बताया कि जो बहनें राखी के साथ मिठाइयां लेकर आती है उसके लिए भी नियम जारी किया गया है. जिसमें महिलाएं जेल में सिर्फ पैक्ड मिठाइयां ही ले जा सकेंगी. जिसमें पैक्ड सोन पपड़ी, गोला और रोली ले जाने की अनुमति होगी. कोई भी खुली मिठाई जेल में नहीं ले जाने दी जाएगी.