पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेई के व्यक्तित्व पर शोध के लिए CSJMU की पहल, शोध का सारा खर्चा वहन करेगा वहन

विश्वविद्यालय के दीनदयाल शोध केंद्र के माध्यम से ऐसे शोधकर्ताओं को आर्थिक मदद दी जाएगी जो पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजेपई के सिद्धांतों पर अनुसंधान करेंगे. इसके साथ ही विश्वविद्यालय में अटल बिहारी बाजपेई के नाम पर शोध केंद्र बनाने की अपील भी की गई है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 17, 2022 6:19 PM

Kanpur News: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्, दर्शन एवं उनके विचारों पर शोध की पहल की जा रही है. विश्वविद्यालय के दीनदयाल शोध केंद्र के माध्यम से ऐसे शोधकर्ताओं को आर्थिक मदद दी जाएगी जो पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजेपई के सिद्धांतों पर अनुसंधान करेंगे. इसके साथ ही विश्वविद्यालय में अटल बिहारी बाजपेई के नाम पर शोध केंद्र बनाने की अपील भी की गई है.

विश्वविद्यालय में हुए एक कार्यक्रम में कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा कि विश्वविद्यालय में अटल जी के व्यक्तित्व पर शोध कार्य होने चाहिए. इसके लिए विश्वविद्यालय में उनके नाम पर एक शोध केंद्र बनाए जाने की आवश्यकता है. इस शोध केंद्र के लिए जो भी सहयोग चाहिए वह सरकार से दिलाया जाएगा. उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक एवं यहां के शैक्षणिक माहौल की प्रशंसा भी की. दीनदयाल शोध केंद्र के निदेशक एवं प्रति कुलपति प्रो सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की प्रेरणा से सीएसजेएमयू में सामाजिक विषयों में अनुसंधान के लिए एक बेहतर माहौल बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है.

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पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेई के व्यक्तित्व पर शोध के लिए csjmu की पहल, शोध का सारा खर्चा वहन करेगा वहन 2
आर्थिक सहयोग दिया जाएगा

उन्होंने कहा कि हम दीनदयाल उपाध्याय एवं अटल बिहारी बाजपेई के जीवन दर्शन एवं व्यक्तित्व पर शोध करने वाले शोधकर्ताओं को हर संभव सहयोग प्रदान करेंगे. ऐसे सभी शोधकर्ताओं को जो अटल बिहारी जी एवं दीनदयाल उपाध्याय के विचारों, जीवन दर्शन, व्यक्तित्व पर शोध कार्य करेंगे, उनके शोध का सारा खर्चा विश्वविद्यालय वहन करेगा. इसकी जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी डॉ विशाल शर्मा ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेई और दीनदयाल उपाध्याय पर केंद्रित अनुसंधान के माध्यम से शोधकर्ताओं को नए अवसर प्राप्त होंगे. साथ ही समाज के सम्मुख उनके विचारों को शोध के माध्यम से प्रस्तुत किया सकेगा. ऐसे नायकों पर शोध करने वाले सभी शोधकर्ताओं को दीनदयाल शोध केंद्र के माध्यम से आर्थिक सहयोग दिया जाएगा.

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रिपोर्ट : आयुष तिवारी

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