CSJMU ने बढ़ाई छात्रों की चिंता, महज 35 दिन की पढ़ाई में देनी होगी परीक्षा, जानिए कब से होंगे एग्जाम
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय और संबधित महाविद्यालयों के अनेक छात्रों को सिर्फ 35 दिन की पढ़ाई में ही परीक्षा देनी होगी. विश्वविद्यालय की सेमेस्टर एग्जाम 10 जनवरी से शुरू हो रही हैं. सेमेस्टर परीक्षा में समय कम होने को लेकर शिक्षक और छात्र चिंतित हैं.
Kanpur News: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University) और संबंधित महाविद्यालयों के अनेक छात्रों को सिर्फ 35 दिन की पढ़ाई में ही परीक्षा देनी होगी. विश्वविद्यालय के सेमेस्टर एग्जाम 10 जनवरी से शुरू हो रहे हैं. यहां 21 नवंबर को दाखिला प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ये ऐलान किया गया है. सेमेस्टर परीक्षा में समय कम होने को लेकर शिक्षक और छात्र चिंतित हैं.
सेमेस्टर प्रणाली पर होंगी परीक्षाएं
विश्वविद्यालय में स्नातक और परास्नातक के पाठ्यक्रम में अबकी बार नई शिक्षा नीति (New Education policy) लागू की गई है. ऐसे में अब यहां पर सभी पाठ्यक्रम सेमेस्टर प्रणाली के आधार पर होंगे और परीक्षाएं उसी पैटर्न पर होंगी. फिलहाल, जो पुराने पाठ्यक्रम चल रहे हैं उनकी परीक्षाएं वार्षिक प्रणाली से ही होंगी. विवि से जुड़े हुए महाविद्यालयों में सीटे खाली होने पर 21 नवंबर तक प्रवेश प्रक्रिया चली थी. जिसके कारण सत्र भी लेट हो गया.
35 दिनों की पढ़ाई में देनी होगी परीक्षा
सत्र को नियमित करने के लिए विवि ने सेमेस्टर परीक्षा 10 जनवरी से शुरू कराने की तिथि प्रस्तावित कर दी है. इससे उन छात्रों को दिक्कत नहीं होगी, जिन्होंने शुरुआत में दाखिला ले लिया है. वहीं जिन छात्रों ने 21 नवंबर तक प्रवेश लिया है उन्हें सिर्फ 35 दिनों की पढ़ाई में ही परीक्षा देनी होगी.
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परीक्षा समिति की हुई बैठक
बता दें कि सीएसजेएमयू प्रशासन ने सत्र को नियमित करने के लिए सेमेस्टर परीक्षा का शेड्यूल तैयार कर लिया है. 10 जनवरी से सेमेस्टर परीक्षा शुरू होंगी. विवि में हुई परीक्षा समिति की बैठक में नई शिक्षा नीति के तहत संचालित पाठ्यक्रम की सेमेस्टर परीक्षा नियमित कराने पर फैसला लिया गया है. वहीं इस फैसले के बाद विवि के शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ बीडी पाण्डेय का कहना है कि इतने कम समय में कोर्स कराना मुश्किल होगा. विश्वविद्यालय को छात्रों को अतिरिक्त समय देना होगा या कॉलेज अतिरिक्त क्लास लगाए.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी, कानपुर