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Kanpur: सीबीआई जांच से घिरे वीसी विनय पाठक 84 दिनों के बाद लौटे CSJMU, संभाला कार्यभार, की ताबड़तोड़ बैठक

सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने कार्यभार संभालने के बाद विवि के सेंटर ऑफ एकेडमिक भवन में नैक और दीक्षांत समारोह को लेकर बैठक की. कार्यभार संभालने के बाद उनकी कर्मचारियों के साथ ताबड़तोड़ बैठक हुई. उन्होंने कर्मचारियों को नैक को लेकर खुद को तैयार करने और अच्छी रेटिंग के किए कार्य करने को कहा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 24, 2023 12:12 PM

Kanpur: सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय पाठक 84 दिन के बाद लौट आए हैं. विश्वविद्यालय के अनुसार वह अभी तक मेडिकल लीव पर थे. वीसी प्रो. विनय पाठक ने सोमवार को दोपहर के बाद चार्ज संभाला हैं. इसके बाद उन्होंने विवि के अफसरों के साथ में बैठक की. हालांकि इस दौरान उन्होंने अफसरों के मोबाइल अपने कार्यालय से बाहर रखवा दिए.

नैक और दीक्षांत के लिए बैठक

प्रो. विनय पाठक ने कार्यभार संभालने के बाद विवि के सेंटर ऑफ एकेडमिक भवन में नैक और दीक्षांत समारोह को लेकर बैठक की. कार्यभार संभालने के बाद उनकी कर्मचारियों के साथ ताबड़तोड़ बैठक हुई. उन्होंने कर्मचारियों को नैक को लेकर खुद को तैयार करने और अच्छी रेटिंग के किए कार्य करने को कहा.

नैक की तैयारी को लेकर सभी शिक्षकों से मापदंड के बारे में प्रगति जानी. साथ ही नैक से जुड़े सभी डाटा के संकलन प्रस्तुतिकरण एवं उसके अपडेट करने के बारे में निर्देशित किया. इस दौरान प्रति कुलपति सुधीर कुमार शुक्ला, कुल सचिव अनिल कुमार यादव, डीन प्रशासन सुधांशु एव कमेटी के अभी सदस्य मौजूद रहे.

पुतले जलाने वालों ने किया स्वागत

सीएसजेएमयू कैंपस का नजारा सोमवार को बदला-बदला सा था. चंद दिन पहले जो लोग विनय पाठक का पुतला जला रहे थे, वे हाथों में गुलदस्ता लिए कुलपति के स्वागत को आतुर दिखे. मुख्य द्वार पर सिक्योरिटी हाई अलर्ट पर थी और आने-जाने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ की जा रही थी.

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पूरे दिन होती रही कानाफूसी

प्रशासनिक भवन में अफसर और कर्मचारी सभी खामोशी से काम कर रहे थे. परीक्षा देकर निकल रहे छात्रों की चहलकदमी आम थी. लेकिन, कर्मचारी व अधिकारियों के बीच कानाफूसी का दौर दिनभर जारी था.

बता दें कि आगरा विश्वविद्यालय में तैनाती के दौरान प्रो. पाठक पर अनियमितता के आरोप लगे थे. लखनऊ में 29 अक्तूबर को एसटीएफ ने इसे लेकर एफआईआर दर्ज की थी. इसके बाद से कुलपति मेडिकल लीव पर चले गए थे. पूरे मामले की जांच पहले एसटीएफ कर रही थी. लेकिन, अब जांच सीबीआई के पास है.

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